सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
जिले में बारिश का दौर जारी है। जिसके कारण पिछले 24 घंटे में तीन लोगों के मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। जिससे दस लोग प्रभावित हो गए हैं। छह सड़कों पर भारी मात्रा में मलबा आने से वह आगवामन के लिए बंद हो गए हैं।
दुग नाकुरी में अतिवृष्टि के कारण रिगुड़िया निवासी माधो सिंह पुत्र हरक सिंह का मकान ध्वस्त हो गया है। उनके परिवार के चार सदस्यों ने घर छोड़ दिया है और वह पड़ोसी के घर में शरण ली है। कपकोट के किलपारा गांव में पुष्कर सिंह पुत्र त्रिलोक सिंह का मकान आंशिक क्षतिग्रस्त हो गया है। परिवार के छह सदस्यों के सामने एक अदद छत का संकट पैदा हो गया है।
गरुड़ के मन्यूड़ा निवासी खिमुली देवी पत्नी अमर सिंह का मकान भी क्षतिग्रस्त हो गया है। वह घर पर अकेले रहतीं हैं। जिला प्रशासन प्रभावित परिवारों अहैतुक राशि वितरण को तहसील स्तर पर नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई कर रहा है। इधर, बुधवार को बारिश के कारण गरुड़-द्यौनाई, कठपुड़ियाछीना-सेराघाट, असों-बसकुना, भंयू-गूलेर, ढालन-खुनौली, कंधार-सिरमोली-लोहागड़ी, बिजोरीझाल-ओखलसों, रिखाड़ी-बाछम, हरसीला-पुड़कुनी आदि मोटर मार्ग यातायात के लिए पूरी तरह बंद हो गए हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में बारिश के कारण भूस्खलन का भय बना हुआ है।
गांव के रास्ते आदि भी भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं। उधर, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी शिखा सुयाल ने बताया कि शुक्रवार को एक मकान पूरी तरह ध्वस्त हुआ है और दो आंशिक क्षतिग्रस्त हैं। मौसम विभाग के अनुसार पांच अगस्त तक बारिश के आसार बने हुए हैं। बंद सड़कों को खोलने का काम युद्धस्तर से चल रहा है।