Bageshwar Breaking: झील बनने की सूचना से हड़कंप मचा, टीम गांव पहुंची
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— झील तो मिली, परंतु गांव को खतरा नहीं
सीएनई रिपोर्टर, कपकोट (अल्मोड़ा)
कपकोट तहसील प्रशासन में आज उस वक्त हड़कंप मच गया, जब सूचना आई कि कुंवारी गांव के पास पिंडर की सहायक नदी शंभू नदी में पहाड़ का मलबा गिरने से झील बन चुकी है।आनन—फानन में तहसीलदार पूजा शर्मा के नेतृत्व में प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और मौका मुआयना कर लौट आई है। टीम ने बताया कि झील से कुंवारी गांव को कोई खतरा नहीं है। गांव झील से चार किमी दूर ऊंचाई पर बसा है। झील से पानी भी लगातार बह रहा है।
मालूम हो कि तहसील प्रशासन को रविवार को सूचना मिली की भूस्खलन के मलबे से शंभू नदी में झील बन गई है। इससे क्षेत्र को नुकसान हो रहा है। इसके बाद तहसीलदार, कानूनगो, राजस्व उपनिरीक्षक तथा लोनिवि व पीएमजीजएसवाई के ईई मौके पर पहुंचे। लौटने के बाद उन्होंने बताया कि पहाड़ का मलबा आने से नदी में झील बन गई है, लेकिन इससे किसी तरह का कोई खतरा नहीं है। झील से धीरे-धीरे पानी बह रहा है। नदी संकरी होने से यहां हर साल इस तरह की दिक्कत होती है, लेकिन धीरे-धीरे पानी अपना रास्ता बना लेता है। कुंवारी गांव में रह रहे लोगों को किसी तरह का इससे खतरा नहीं है। गांव जहां झील बनी है उससे ककरीब चार किमी दूर ऊंचाई पर बसा है। यह नदी पिंडर में मिलकर नारायण बगड़ की ओर रुख करती है। एसडीएम पारितोष वर्मा ने बताया कि कुंवारी गांव के 18 परिवार विस्थापित होने हैं। उन्हें धनराशि भी दे दी गई है, किंतु परिवार विस्थापित नहीं हो रहे हैं। प्रशासन नदी पर बनी झील में लगातार नजर बनाए हुए है।