सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
रानीधारा रोड के सुधारीकरण व डामरीकरण की मांग को लेकर बुधवार को रानीधारा वासियों के सब्र का बांध टूट गया। नागरिकों ने धरन—प्रदर्शन व नारेबाजी करके अपने गुस्से का इजहार किया।
तय कार्यक्रम के मुताबिक तमाम लोग रानीधारा नौले के समीप सांकेतिक धरने पर बैठ गये। वक्ताओं ने सड़क सुधारीकरण का कार्य अविलंब शुरू करने की मांग की और कहा है कि यदि एक सप्ताह के भीतर सड़क के सुधारीकरण व डामरीकरण का कार्य प्रारंभ नहीं किया गया तो सभी रानीधारा वासी आंदोलन को विवश होंगे।
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गौरतलब है कि रानीधारा रोड विगत तीन—चार वर्ष से बेहद खराब स्थिति में है और तभी से लंबे समय से रानीधारा वासियों द्वारा इसको ठीक किए जाने की मांग की जा रही है। अभी पिछले हफ्ते ही इस सिलसिले में प्रशासन को ज्ञापन भी दिया गया था व अन्य जागरूक सामाजिक व्यक्तियों द्वारा भी बराबर इसके लिए विभिन्न माध्यमों से आवाज उठाई जाती रही है, लेकिन अभी तक भी इस सड़क के सुधार का काम शुरू नहीं किया गया है।
जिससे नाराज लोगों ने आज सांकेतिक धरना—प्रदर्शन के माध्यम से अपनी नाराज़गी जताई व जिम्मेदार प्राधिकारियों को चेतावनी देते हुए अविलंब कार्य प्रारंभ करने की मांग की है। सांकेतिक धरना प्रदर्शन में सतीश चंद्रा पाठक,कौशल सक्सेना, मथुरा दत्त पांडे, मुकुल पंत, कवींद्र पंत,विरेन्द्र सिंह, दिनेश पांडे,वैभव पाण्डेय,चतुर सिंह, प्रेमा पाण्डेय, त्रिलोचन जोशी, प्रेमा पांडे, सुनीता पांडे, क्षितिज पाण्डेय, प्रतिभा पंत, कमला तिवारी, पुष्पा तिवारी ,राहुल अधिकारी,संजय दुर्गपाल,पुनीत प्रभात,ललित सिंह,उज्ज्वल जोशी,दीपक शाह,गौरव राठोर, दीपक आर्य, हरीश कुमार, अमन खान, अनस अहमद आदि मौजूद थे।