सीएनई रिपोटर, देहरादून
देहरादून में नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती लड़कियों के साथ दुष्कर्म व छेड़छाड़ का आरोपी निदेशक पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। पुलिस पूछताछ में उसने सारे राज उगल दिये हैं। दुष्कर्म के इस आरोपी की गिरफ्तारी ऋषिकेश के एक होटल से हुई है, जहां यह पुलिस से बचने के लिए छुपा हुआ था।
ज्ञात रहे कि देहरादून के नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती चार लड़कियां भाग गई थी। बरामदगी होने पर इन लड़कियों ने पुलिस को बताया था कि केंद्र की संचालिका विभा उनके साथ मारपीट तथा निदेशक छेड़छाड़ करता है। एक लड़की ने दुष्कर्म का आरोप भी लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने संचालिका विभा सिंह को तो गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन मुख्य आरोपी केंद्र निदेशक विद्यादत्त रतूड़ी फरार चल रहा था। पुलिस की कई टीमें इसकी ढूंढ—खोज में लगी हुई थीं।
इसी दौरान एक पुख्ता सूचना पर पुलिस टीम ने ऋषिकेश के श्यामपुर स्थित होटल रूद्राक्ष से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपी विद्यादत्त रतूड़ी ने जो कुछ बताया उसको सुन को परत दर परत सारे भेद पुलिस के समक्ष खुल गये।
मिले दो शराब के लती और खोल लिया नशा मुक्ति केंद्र
रतूड़ी ने बताया कि उसके पिता एयरफोर्स में कर्मचारी थे और वह उनके साथ कानपुर में रहता था। यहां न केवल उसे शराब की लत लग गई बल्कि औरतों का चक्कर भी उसने शुरू कर दिया। आरोपी ने बताया कि इस बीच उसका टिहरी में भी एक महिला के साथ संबंध स्थापित हुआ, जिसके चलते वह वर्ष 2017 में जेल भी गया। आरोपी ने बताया कि उसके मेरे परिवार वालों ने परेशान होकर उसे वर्ष 2018 में नशा मुक्ति केंद्र एसजी फाउंडेशन सरस्वती विहार देहरादून में भर्ती करा दिया। जहां पर नशे के इलाज के दौरान ही उसने उसी नशा मुक्ति केंद्र में स्टॉफ के रूप में काम करना शुरू कर दिया। वहां पर करीब 3 साल तक उसने काम किया तथा वहीं उसकी मुलाकात विभा सिंह से हुई, जो शराब पीने की लत के कारण उसी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती हुई थी। जिससे उसकी अच्छी जान—पहचान हो गई थी। तब उसने और विभा ने मिलकर अपना नशा मुक्ति केंद्र खोलने का प्लान बनाया था। फिर इसी वर्ष 2021 में माह फरवरी में प्रकृति विहार क्लेमेंट टाउन में अपना नशा मुक्ति केंद्र खोल लिया।
थाने के बाहर तक आया था दुष्कर्मी, पकड़े जाने के डर से हुआ फरार
रतूड़ी ने बताया कि उसके नशा मुक्ति केंद्र पर भर्ती उक्त लड़कियां गत 5 अगस्त को भाग गई थी। आरोपी ने बताया कि लड़कियों के भागने पर उसे पहले से ही डर था कि उसका अब भांडा फूटने वाला है। जब विभा पुलिस में रिपोर्ट कराने थाने आई तो वह बाहर ही रुक गया। जब उसे यह पता चला कि लड़कियों को पुलिस ने बरामद कर लिया है, तो उसने अपने फोन से अपने दोनों सिम निकाल दिए तथा अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए वहां से फरार हो गया था।
इधर पुलिस ने बताया कि विद्या दत्त रतूड़ी पुत्र हर्ष मनी रतूड़ी ग्राम उरमोला पट्टी, कंडवालस्यू पोस्ट घिण्डवाड़ा, जिला पौड़ी गढ़वाल का मूल निवासी है। हाल में WALK AND WIN SOBER LING HOME, प्रकृति विहार, क्लेमेन्टाउन जनपद देहरादून में रह रहा था। पुलिस टीम में मार्ग निर्देशन सरिता डोभाल पुलिस अधीक्षक, नगर देहरादून व अनुज कुमार क्षेत्राधिकारी, सदर देहरादून का रहा। टीम में धर्मेंद्र सिंह रौतेला थाना अध्यक्ष क्लिमेंट टाउन, वरिष्ठ उनि शोएब अली, महिला उनि रजनी चमोली, राजकुमार, सुनील पंवार, हितेश, भूपेन्द्र, किरन(sog) आदि शामिल रहे।