नरेन्द्र भारती, हिमाचल के वरिष्ठ पत्रकार
अदृश्य महामारी कोरोना ने दुनिया में लाखों लोगों का जीवन लील लिया है। देश में भी पिछले चार-पांच दिनों में कोरोना के आंकड़ों में अप्रत्याशित वृद्धी बहुत ही खौफनाक है। देश में अब तक एक लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं।3180 लोगों की मौत हो चुकी है और 41 हजार 747 मरीज ठीक हो चुके हैं।तीन दिन में 10,000 संक्रमितों से स्थिति खौफजदा बन गई है। संक्रमण का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। हिमाचल में भी एक दिन में 10 मामले सामने आए हैं।महाराष्ट्र में 35हजार लोग संक्रमित हो चुके है। कोरोना के क्रूर पंजों की चपेट में लोग लगातार आते जा रहे हैं।जनमानस भयभीत होता जा रहा है। देश में परिवार के परिवार संक्रमित होते जा रहे हैं। देश में कोरोना वायरस का संक्रमण का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।मार्च से शुरु हुआ कोरोना तांडव कब रुकेगा यह एक यक्ष प्रश्न बन गया है। कोरोना एक ऐसी महामारी है, जिससे सारा संसार त्रस्त है। जनजीवन तहस-नहस हो चुका है। जिंदगी ठहर गई है।कोरोना का काम तमाम करना होगा। मुंबई के धारावी में 1345 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 53 की मौत हो गई है। यह संख्या तेजी से बढती जा रही है।हर देश कोराना वैक्सीन बना रहा है मगर अभी समय लगेगा। देश के राज्यों के बाहर फंसे लोग अपने राज्यों में लौट रहे है इन लोगों को कवारटाइन किया जा रहा है। शहरों से मजदूर पलायन कर रहे है। कोरोना ने हर आदमी को मुसीबत में डाल दिया है।फिलहाल लाॅकडाउन ही कोरोना का इलाज है।
नवजात बच्चे भी कोरोना के शिकार होते जा रहे है। कोरोना योद्धा अपना जीवन जोखिम में डालकर संक्रमितों को जीवनदान दे रहे हैं। देवदूत बनकर दिन-रात अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर रहे हैं। कुछ समझदार लोग खुद ही एंकातवास में रह रहे है मगर कुछ सक्रंमण फैला रहे हैं और परिवार व समाज को जोखिम में डाल रहे है। लाॅकडाउन की अवहेलना कर रहे हैं।अगर नियमों का नियमित पालन किया जाएगा तो कोरोना से जल्द ही मुक्ति मिल सकती है। हमें अतिरिक्त सावधानी बरतनी होगी।अगर लापरवाही बरती तो लम्बे समय तक घरों में ही कैद होकर रह जाएंगे। देश में अगर लोग नियमों का सही पालन करेंगें तो इस युध्द को जीतना मुश्किल नहीं है। जान है तो जहान है। इसलिए लोगों को चाहिए कि सर्तकता बरतें। भारत का कोई भी राज्य इस महामारी से अछूता नहीं रहा है। कोराना से हर मानव को बचाव करना होगा।नियमों का सख्ती से पालन करना होगा ताकि जीवन बच सके। कोरोना ने हर आदमी में दहशत फैला दी है।कोरोना के खिलाफ जागरुकता अभियान चलाना होगा, लोगों को जागरुक करना होगा। सरकारों व सामाजिक संगठनों व संस्थाओं को इसमें अपनी सहभागिता निभानी होगी।लोगों को भी इसमें भागीदारी निभानी होगी।एकजुटता से ही कोरोना पर प्रहार किया जा सकता है।कोरोना के कालचक्र से बचना होगा।कोरोना काल में हर मानव को सावधान रहना होगा। वक्त अभी संभलने का है।