सीएनई रिपोर्टर, खैरना/गरमपानी
खैरना में दिखा दुर्लभ प्रजाति का अजगर Rare species of python seen in Khairna
यहां अल्मोड़ा—हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग में खैरना के पास एक विशालकाय अजगर (python snake) दिखाई देने से हड़कंप मच गया। यह दुर्लभ प्रजाति का सांप सड़क पार कर रहा था। इस बीच खैरना पुलिस ने इसे किसी सम्भावित दुर्घटना से बचाने के लिए कुछ देर के लिए यातायात रोक दिया, जिससे यह सांप सुरक्षित रूप से सड़क पार कर पाया।
अजगर (Python) के बारे में कुछ खास
उल्लेखनीय है कि अजगर एक विशाल प्रजाति का सांप होता है, जो अधिकांश गर्म क्षेत्रों में पाया जाता है, किंतु काफी समय से यह पहाड़ों में भी देखे जा रहे हैं। यह एक दुर्लभ प्रजाति का सांप है जिसको मारना या नुकसान पहुंचाना पूरी तरह प्रतिबंधित है। इनकी संख्या देश में अवैध शिकार के चलते काफी कम हो रही है। अतएव वन महकमा इनका संरक्षण करता है।
ज्ञात रहे कि अजगर ज्यादातर घने वन क्षेत्र के विशाल पेड़ों अथवा पानी वाली जगह, जिसमें तालाब व दलदल भी शामिल हैं, को अपना आश्रय बना लेते हैं। अकसर पानी में यह अपने को पूरी तरह छुपा लेते हैं और शिकार सामने आने पर ही प्रकट होते हैं। भारत में कुछ अजगर तो 20 फुट तक लंबे देखे गये हैं। यदि विश्व रिकार्ड की बात करें तो इंडोनेशिया में लगभग 49 फुट का अजगर भी देखा जा चुका है। हालांकि गिनीज विश्व रिकार्ड में अधिकतम लंबाई अजगर की 32 फुट दर्ज है।
अजगर एक जहर रहित सांप है, लेकिन यह अपना शिकार कुंडली मारकर करता है। अगर इसकी कुंडली में कोई जीव या इंसान फंस जाये तो उसका बचना बहुत कठिन होता है। यह अपना मुख इतना बड़ा फैला देते हैं कि चीतल, सूअर आदि बड़े जीवों तक को निगल लेते हैं। यदा—कदा इनके द्वारा इंसानों को भी अपना शिकार बना लेने की घटनाएं प्रकाश में आई हैं। इनकी उम्र करीब 23 साल तक होती है।
भारतीय अजगर ज्यादातर भूरे रंग का होता है। इसके शरीर पर गहरे चकत्ते से बने होते हैं। यह वजन में 250 पौंड तक का भी मिल चुका है। भारतीय अजगर की अधिकतम लंबाई 7 हजार मि. मी. तक हो सकती है। अतएव इस दुर्लभ जीव का देखा जाना बड़ी बात मानी जाती है। खास तौर पर उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में। आज संयोग से गश्त के दौरान खैरना चौकी पुलिस को यह दिखाई दे गया। चौकी इंचार्ज दिलीप कुमार के निर्देश पर पुलिस टीम ने तत्काल सड़क मार्ग के दोनों ओर चल रहा ट्रेफिक रूकवा दिया। जिस कारण यह सुरक्षित रास्ता पार कर पाया। यदि यातायात नहीं रूकवाया जाता तो बहुत सम्भव है कि यह किसी भारी वाहन की चपेट में आ जाता और इसकी मौत हो जाती।