✍️ आंदोलन 34वें दिन भी जारी, रंग ला रही नागरिकों की लड़ाई
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण संघर्ष समिति का धरना व प्रदर्शन आज 34वें दिन भी जारी रहा। इधर आंदोलन रंग ला रहा है। पहले सड़क सुधार के लिए निविदा जारी हुई, तो अब घरों में पानी घुसने की रोकथाम के लिए डीएम द्वारा गठित कमेटी निरीक्षण को पहुंची। इससे आंदोलित समिति का मनोबल बढ़ा है।
आज डीएम द्वारा गठित कमेटी की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने प्रभावित रानीधारा रोड का निरीक्षण किया और सीवर लाइन की गुणवत्ता परखी। इस टीम ने पानी रिसने की दृष्टि से संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों को चिह्नित किए। इस दौरान जल संस्थान के अधिशासी अभियंता ने कहा कि जिन क्षतिग्रस्त पेयजल लाइनों से पानी रिस रहा है, उन्हें 4 दिनों में बदल दिया जाएगा। टीम ने कहा कि बरसाती पानी का ढलान नाले की ओर किया जाएगा। टीम भेजने के लिए आंदोलनकारियों ने जिलाधिकारी का आभार भी जताया है।
उल्लेखनीय है कि रानीधारा सड़क निर्माण संघर्ष समिति के लोग पिछले दिनों डीएम विनीत तोमर से मिले थे और उन्होंने सड़क के काम में विलंब के दृष्टिगत बरसात में घरों में पानी घुसने की रोकथाम के लिए वैकल्पिक इंतजाम करने का अनुरोध किया था। तब जिलाधिकारी ने संवेदनशील एवं अति संवेदनशील स्थलों को चिह्नित करने के लिए एक कमेटी गठित की, ताकि इन स्थलों पर पानी का बहाव नालों की तरफ किया जा सके। इस टीम में लोनिवि, नगरपालिका, जल संस्थान व जल निगम के अधिकारी शामिल हैं। इधर आज धरने में संयोजक विनय किरौला, दीप चन्द्र पाण्डे, पीएस रावत, कमला दरम्वाल, डीसी पाण्डे, लावण्य पंत, आशीष जोशी, ममता बिष्ट, माया बिष्ट, संभू दत्त बिष्ट, ज्योति पाण्डे, मीनू पंत, गीता पंत, हिमांशु पंत, सुमित नज्जौन, मोहित गुप्ता, गीता पाण्डे, सुधा उप्रेती, दीपाली पाण्डे, दीपा बिष्ट, परवीन हामिद, उमा अलमिया, मोहन सिंह डोगरा, मनीषा पंत, तनुजा पंत, नीरजा चौहान, नीमा पंत, भगवती जोशी, सुधा रौतेला, दीपा बिष्ट, अर्चना पंत, ममता बिष्ट आदि बैठे।