सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
आचार संहिता लगने से कुछ दिन पूर्व हुए तबादलों का दंश यहां के नगर पालिका के कर्मचारी झेल रहे हैं। ईओ की तैनाती के अभाव में पालिका के 124 कर्मचारियों को दिसंबर का वेतन नहीं मिला, जबकि जनवरी बीतने को है। इसके अलावा ठेकेदारों के भुगतान के अलावा पालिका के वाहनों को चलाने के लिए आ रहे तेल आदि का भुगतान रुक गया है। कर्मचारी संगठन कई बार वेतन की मांग कर चुके हैं, लेकिन पालिका चाह कर भी उनका भुगतान नहीं कर पा रही है।
उल्लेखनीय है कि नगर पालिका बागेश्वर के ईओ का तबादला जसपुर हो गया था। उसके स्थान पर चंपावत से नये ईओ का तबादला बागेश्वर के लिए हुआ। नये ईओ यहां ज्वाइन करने के लिए दस जनवरी को पहुंचे, लेकिन तब तक आदर्श आचार संहिता लग गई। पालिकाध्यक्ष ने जिलाधिकारी को बस्तु स्थिति से अवगत कराया। जिलाधिकारी विनीत कुमार ने ईओ को उनके कार्यालय भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने चुनाव आयोग से ज्वाइनिंग के लिए गाइड लाइन मांगी, लेकिन आज तक पालिका को ईओ नहीं मिल पाया है। ईओ नहीं होने से पालिका के 124 कर्मचारियों को दिसंबर का वेतन नहीं मिल पाया है।
यदि जल्द समस्या का समाधाान नहीं हुआ तो उनका जनवरी का वेतन भी लटकने के आसार हैं। इसके अलावा ठेकेदारों के भी भुगतान नहीं हो रहे हैं। पालिका चाह कर भी अपने कर्मचारियों को वेतन नहीं दे पा रहे हैं। सफाई कर्मचारी संगठन के अलावा अन्य कर्मचारी संगठन वेतन देने की मांग को लेकर पालिकाध्यक्ष को पत्र दे चुके हैं। आदर्श आचार संहिता के चलते वह भी कुछ नहीं कर पा रहे हैं।
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि नये ईओ बीते 10 जनवरी को यहां पहुंचे। तब तक आदर्श आचार संहिता लग चुकी थी। जिलाधिकारी को वस्तुस्थिति से अवगत करा दिया गया है। वहां से अभी तक कोई निर्देश नहीं आया है। ईओ के आने के बाद ही वेतन आदि आहरण होगा। करीब 32 लाख रुपये हर महीने कर्मचारियों के वेतन में खर्च होता है। इसमें संविदा से लेकर पक्के कर्मचारी शामिल हैं।