सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अब विधानसभा जागेश्वर में भी भाजपा में बगावत के स्वर उभरे हैं। यहां टिकट नहीं मिलने से आहत भाजपा नेता सुभाष पांडे आज अपना निर्दलीय नामांकन करा सकते हैं, जबकि भाजपा के शीर्ष नेतागण उन्हें मनाने के भरकस प्रयास में लगे हुए हैं।
ज्ञात रहे कि विगत विधानसभा चुनाव में विधायक गोविंद सिंह कुंजवाल को यहां भाजपा के सुभाष पांडे ने कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन इस बार यहां कांग्रेस के बागी मोहन सिंह माहरा को पार्टी ने टिकट दिया है, जिसके बाद से सुभाष पांडे खासे आहत हैं। 2017 के चुनाव में मात्र 300 मतों के अंतर से सुभाष पांडे ने हार का सामना किया। उन्हें पूरी उम्मीद थी कि अगर इस बार पार्टी उन्हें मौका देती तो वह विजय का झंडा फहराने में कामयाब होते।
उनका कहना है कि वह पिछले आठ साल से गांव गांव घूम कर भाजपा को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने पार्टी को नई ताकत दी है। पांच साल तक गांव गांव में पार्टी के हित में काम किया। भाजपा द्वारा कराए गए सभी सर्वे में वह अन्य से बहुत आगे थे। वरिष्ठ नेताओं ने अंतिम समय तक टिकट देने का भरोसे दिलाया था। इसके बाद भी उन्हें टिकट से वंचित कर दिया गया।
इधर सूत्र बता रहे हैं कि दिल्ली से दन्या पहुंचे चुनाव प्रभारी अजय शर्मा सुभाष पांडे को मनाने में जुटे हुए हैं। गत दिवस लमगड़ा ब्लाक मुख्यालय में वार्ता का दौर चलता रहा, लेकिन सुभाष पांडे फिलहाल माने नहीं हैं। आज वह अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं। समाचार लिखे जाने तक दन्या के स्वागत होटल में सुभाष पांडे को मनाने के लिए बैठक जारी थी।