बागेश्वर : दानपुर की संस्कृति का विशेष महत्व – मुख्यमंत्री धामी
बागेश्वर। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा है कि दानपुर की संस्कृति का विशेष महत्व है। कहा कि दानपुर महोत्सव का आयोजन करके आयोजकों ने संस्कृति संरक्षण के लिए सराहनीय प्रयास किए हैं। इस दौरान उन्होंने कपकोट के विकास के लिए कई घोषणाएं की।
कपकोट विधानसभा में चुनावी बिगुल का आगाज करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि आगामी 2030 तक उत्तराखंड आत्मनिर्भर उत्तराखंड होगा। प्रत्येक गांव सड़क स्वास्थ्य शिक्षा संचार से जोड़ने का काम युद्ध स्तर पर चलाया जा रहा है। रोजगार की दिशा मे विभिन्न योजनाओं के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार देकर आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में प्रदेश सरकार कार्य कर रही है। कपकोट की महिलाओं ने मडुवे के बिस्कुट बनाकर अभिनव कार्य किया तथा इस बिस्कुट ने देश में विशेष पहचान दिलाई।
उन्होंने कपकोट की संस्कृति को विशेष बताते हुए कहा कि देवभूमि में कपकोट के कई क्षेत्रों का धार्मिक महत्व भी है तथा यहां का प्रत्येक परिवार अपनी संस्कृति को बचाने के लिए दिल से कार्य करता है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार देश के सैनिकों समेत प्रत्येक वर्ग का सम्मान करती है। कहा कि उन्हांने सत्ता में आते ही प्रत्येक अधिकारी व कर्मचारी की जिम्मेदारी तय की है। जो कार्य पटवारी के स्तर का है वह जिला प्रशासन के पास नहीं पहुंचना चाहिए। कहा कि अधिकारियों को चाहिए कि वे अपने कार्यों का कर्तव्यनिष्ठा के साथ पालन करें इसके लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय की है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं को नौकरी दी जा रही है। भूकानून के लिए उच्च स्तरीय समिति बनाई गई है जो कि अपनी रिपोर्ट देगी जिस पर सरकार जन हित का निर्णय लेगी।
इस दौरान विधायक बलवंत सिंह भौर्याल ने कपकोट की समस्याओं से अवगत कराते हुए उनके निदान के लिए मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट, सांसद अजय टम्टा, जिपं अध्यक्ष बसंती देव, पूर्व जिपं अध्यक्षविक्रम शाही व दीपा आर्या, पूर्व विधायक शेर सिंह गड़िया, भाजयुमो प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेश गड़िया ब्लॉक प्रमुख गोविंद दानू, समेत जिलाधिकारी विनीत कुमार, एसपी अमित श्रीवास्तव, उपजिलाधिकारी पारितोष वर्मा, हर गिरी गोस्वामी, राम कुमार पांडेय आदि उपस्थित थे।
इससे पूर्व कर्मी के हेलीपैड में भाजपा कार्यकर्ताओं व प्रशासन ने उनका भव्य स्वागतकिया तथा स्थानीय महिलाओं ने पारंपरिक परिधान में उनका स्वागत किया तथामहिलाओं ने संस्कृति पर आधारित नृत्य भी किया। धामी ने दानपुर क्षेत्र की आराध्य देवी मां भगवती के दर्शन किए तथा पूजा अर्चना की।