लालकुआं। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दिये पार्टी छोड़ने वाले बागी नेताओं की वापसी पर सार्वजनिक रूप से माफी न मांगने वाले बयान पर कांग्रेस में बयानबाजी तेज होती जा रही हैं तो वही हरीश रावत समर्थकों ने बागियों पर लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को अस्थिर करने पर बागियों को लोकतंत्र का अपराधी बताया है।
यहां अपने कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में पूर्व दर्जा राजमंत्री एवं कांग्रेस किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष गोपाल रावत ने पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा दिए गए बागी नेताओं कि घर वापसी से पहले सार्वजनिक माफी मांगने वाले बयान का समर्थन करते हुए कहा कि जिस तरह से बागियों कि बजाय से साल 2016 में अस्थिरता से राज्य को विकास के मोर्चे पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ा आज वही बागी नेता पार्टी में वापसी करना चाह रहे हैं ।
उन्होंने कहा कि वे बागियों की वापसी के बिल्कुल भी पक्ष में नहीं हैं तथा पहले बागी नेताओ को सार्वजनिक रूप से प्रदेश की जनता से माफी मांगनी चाहिए तब कहीं वापसी की सोचें।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस में भले ही मचा हुआ हो पर ये बात भी कांग्रेस के नेता जानते हैं कि बिना हरीश रावत के 2022 में सत्ता वापसी नहीं हो सकती। हरीश रावत की राजनीतिक सूझ बूझ व अनुभव की जरूरत उन्हें 2022 विधानसभा चुनाव में पड़ेगी तथा आपसी मनभेद को भूलकर उन्हें मजबूरी में ही सही लेकिन हरीश रावत जैसे राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी की जरूरत भाजपा का चक्रव्यूह भेदने के लिए पड़ेगी तथा आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव हरीश रावत के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा।
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