रिजॉर्ट संचालक को भारी पड़ा बगैर सत्यापन कर्मचारी रखना, 10 हजार चालान
थानाध्यक्ष कौसानी दिनेश पंत के नेतृत्व सत्यापन अभियान

सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। बाहरी राज्य आए कर्मचारियों का सत्यापन नहीं करवाना रिजॉर्ट संचालक को महंगा साबित हुआ। पुलिस ने संचालक पर 10 हजार का चालान लगा दिया। थानाध्यक्ष ने चेतावनी दी कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा।
उल्लेखनीय है कि पुलिस अधीक्षक चंद्र शेखर धोड़के के द्वारा बाहरी लोगों के सत्यापन के कड़े निर्देश सभी थाना व चौकी प्रभारियों को दिए गए हैं। आदेश के अनुक्रम में थानाध्यक्ष कौसानी दिनेश पंत के नेतृत्व में पुलिस ने थाना कौसानी क्षेत्रांतर्गत होटल ढाबों में बगैर किराएदार व मजदूरों का सत्यापन अभियान चलाया। इस दौरान जर्नादन रिजॉर्ट के संचालक उमेश यादव पुत्र जर्नादन यादव, मूल निवासी विकास नगर लखनऊ उत्तर प्रदेश, हाल निवासी पिगंलकोट थाना कौसानी से पूछताछ हुई।
उनके रिजार्ट में जनपद हरदोई एवं पीलीभीत उत्तर प्रदेश निवासी कर्मचारीगणों को बिना सत्यापन कार्य करते पाये जाने पर उत्तराखंड पुलिस एक्ट की धारा 83 के अंतर्गत रूपये 10 हजार का चालान न्यायालय हेतु प्रेषित किया गया। पुलिस द्वारा चलाये गए औचक सत्यापन अभियान से क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है, जिससे होटल में बिना सत्यापन के रखे गए व्यक्तियों ठेकेदारों व अन्य लोग भी सत्यापन के लिए आगे आने लगे हैं। थानाध्यक्ष श्री पंत ने बताया कि अभियान लगातार जारी रहेगा।