रामनगर। अभिनय नाट्य ग्रुप द्वारा आयोजित 10 दिवसीय थिएटर कार्यशाला का आज विधिवत समापन हो गया। ये कार्यशाला पिछले 10 दिनों से कॉपर रेस्टोरेंट में चल रही थी, जिसमें 15 बच्चों ने प्रतिभाग करा। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से वॉक, स्पीच, करेक्टर ऑब्जरवेशन, मॉड्यूलेशन, लाइट, साउंड के ऊपर काम कराया गया, जिसमें प्रथम दिन इंट्रो, वॉक, कुछ माइंड गेम्स, दूसरे दिन बॉडी शेप, माइंड कंट्रोल, मॉड्यूलेशन, तीसरे दिन इम्प्रोवाइजेशन, लाइट डिज़ाइन,
टीम वर्क, चौथे दिन साउंड डिजाइन, बॉडी स्टेचू, फन गेम्स, पांचवे दिन स्पीच, सेट डिज़ाइन, मेकअप छठे दिन ड्रेस डिज़ाइन, मेडिटेशन, फेस एक्सरसाइज, सातवें दिन एक्टिंग, ब्लोकिंग, डायरेक्शन आदि के ऊपर काम कराया गया। इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य थिएटर के प्रति जागरूक करना था, इस कार्यशाला का संचालन ललित बिष्ट, प्रभात नेगी ने किया।
समापन सत्र को सम्बोधित करते हुए रचनात्मक शिक्षक मण्डल के संयोजक नवेंदु मठपाल ने कहा शिक्षा के माध्यम से हम जिस सर्वांगीण विकास और जीवन कौशल की अपेक्षा करते हैं उसके तमाम तरीके और साधन हो सकते हैं। उनमें थिएटर एक ऐसा जीवन्त माध्यम है जिसमें ये सब सम्भावनाएँ मौजूद हैं। शरीर की लय-ताल, मुखमुद्रा, आवाज़ और भाव-यही सब संसाधन होते हैं और उनके संयोजन से ही अभिव्यक्तिकी स्पष्टता और प्रखरता बनती है।
? न्यूज़ व्हाट्सएप ग्रुप Click Now ?
यह कौशल जीवन के अनगिनत अवसरों पर काम आता है और आत्मविश्वास को एक मज़बूत धरातल व ऊँचाई देता है। थिएटर गतिविधियों में प्रतिभागी बहुत से कौशल विकसित कर पाते हैं और मनुष्य की प्रदर्शन की सहज भूख को भी सन्तुष्ट कर पाते हैं। यू के जेमर्स के निदेशक तुषार बिष्ट ने बच्चों को संगीत की विविधताओं की जानकारी दी। प्रतिभागी बच्चों ने दस दिन में सीखे गतिविधियों का मंचन भी किया। समापन सत्र में विक्रम शर्मा, हिमांशु शर्मा, सुमित लोहनी, अरबाज़ खान, तानिया निषाद, कैलाश मनराल ने अपने अनुभव बच्चों के साथ साझा करे।