सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने कहा कि रामकृष्ण यादव उर्फ रामदेव द्वारा एलोपैथिक चिकित्सा एवं देश में चल रहे टीकाकरण अभियान के खिलाफ दिए गए विवादास्पद बयान की कड़ी भर्तसना की है। उन्होंने कहा है कि बाबा रामदेव पर राजद्रोह का मुकदमा चलाकर कार्यवाही की जानी चाहिए।
श्री कर्नाटक ने यहां जारी एक बयान में कहा है कि एलोपैथी का लम्बा इतिहास रहा है। पूरे विश्व में इसी पैथी ने लोगों का जीवन बचाया है। कोरोना महामारी में हजारों डाक्टर्स एवं पैरामेडिकल स्टाफ ने अपनी व अपने परिवार की जान दांव पर लगाकर मानव सेवा की है और अभी महामारी का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा है कि जब रामदेव बीमार थे, तो वे खुद भी इसी एलोपैथी की शरण में गये थे। विश्व में विज्ञान, एलोपैथिक, आर्युेवैदिक तथा योग का अपना प्राचीन सभ्यता एवं विकास का इतिहास रहा है, जिसकी किसी अन्य पैथी से कोई तुलना नहीं की जा सकती है, क्योंकि उसका अपना विशाल महत्व है। उन्होंने कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत रामदेव के आने से न तो योग आया और न ही आयुर्वेद।
उन्होंने हरियाणा राज्य से आकर अपना व्यापार बढ़ाने और अपने प्रोडक्ट का प्रचार करने का ही कार्य किया गयो। उन्होंने कहा है कि सरकार के साथ मिलकर आज पतंजलि जैसी छोटी कम्पनी अरबों-खरबों का कारोबार चला रही है। श्री कर्नाटक ने इस बात को आश्चर्यजनक बताया कि एक व्यापारी का काम कर रहे रामदेव ने सरकार के कोरोना प्रोटोकाल को चुनौती दे डाली, लेकिन राज्य सरकार व केन्द्र सरकार द्वारा कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की गई और रामदेव के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने से मामला संदिग्ध हो गया है। श्री कर्नाटक ने कहा कि राज्य व केन्द्र सरकार की शह पर रामदेव ऐसा कृत्य कर रहे हैं तथा चेतावनी दे रहे हैं कि “किसी का बाप उन्हें अरेस्ट नहीं कर सकता”। उन्होंने एलोपैथिक व टीकाकरण तथा सरकार के कोरोना प्रोटोकाल को चुनौती देने और दुष्प्रचार करने के आरोप में बाबा रामदेव पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर ठोस कार्यवाही करने की मांग की है। अन्यथा की स्थिति में आम जनता को विवश होकर आन्दोलन जैसे बड़ा कदम उठाने को बाध्य होना पड़ेगा।
उत्तराखंड में सुधर रहे कोरोना के हालात, नए मामलों कमी दर्ज, आज 1927 मरीज हुए ठीक
Breaking, Uttarakhand : मंदिर परिसर में मिली युवक की खून से सनी लाश, हत्या की आशंका
कनाडा के इंडियन रेसिडेंशियल स्कूल से मिली दफन की गई 215 बच्चों की लाशें, खुदाई का काम जारी
शर्मनाक : पुल से नदी में फेंक दिया कोरोना संक्रमित का शव, एक ने पहनी थी पीपीई किट