अल्मोड़ा: रानीधारा में रात घरों में घुसा बारिश का पानी व मलबा

✍️ भारी पड़ने लगी सड़क की दुर्दशा व ध्वस्त निकासी व्यवस्था ✍️ बरसात में खतरे की आशंका को लेकर बढ़ने लगी लोगों की चिंता सीएनई…

रानीधारा में रात घरों में घुसा बारिश का पानी व मलबा

✍️ भारी पड़ने लगी सड़क की दुर्दशा व ध्वस्त निकासी व्यवस्था
✍️ बरसात में खतरे की आशंका को लेकर बढ़ने लगी लोगों की चिंता

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: गत गुरुवार रात बारिश ने रानीधारा क्षेत्र में कुछ घरों के लिए आफत खड़ी कर दी। सीवर लाइन के कार्य से बिगड़ी सड़क की हालत और ​चरमराई निकासी व्यवस्था कुछ घरों के लिए मुसीबत बन गई है। हुआ यूं कि रात तेज बारिश से कई जगह सड़क नाला बन गई और सारा पानी मलबा, कचरा साथ लेकर मीनू पंत व उनके आसपास के 3—4 घरों में घुस गया। अब बरसात में खतरे की आशंका बढ़ गई है, क्योंकि एक बारिश में ही यह हालत हो गई है।

उल्लेखनीय है कि रानीधारा लिंक रोड में सीवर लाइन बिछाने के बाद सड़क लावारिश सी छोड़ दी गई है। खुदान से सड़क की सूरज बिगड़ गई और निकासी का सिस्टम पूरा चरमराया हुआ है। यही वजह है गत गुरुवार रात बारिश के पानी ने तेज बहाव के साथ सड़क में नाला बना डाला और इस पानी ने लोगों के घरों को रुख कर लिया। सर्वाधिक मुसीबत मीनू पंत के घर पर आई। उनके मकान के सभी कमरे तलैया बन गए। उन्होंने प्रशासन के​ खिलाफ कड़ा रोष जताते हुए बताया कि उन्होंने पूर्व में डीएम को पत्र लिखकर खतरे की आशंका जताई थी, लेकिन कोई संज्ञान नहीं लिया गया।

इस घटना से अब क्षेत्र के अन्य लोगों को भी बरसात की चिंता सताने लगी है। समस्या से प्रभावित मीनू पंत ने बताया की रात जब पानी व मलबा उनके आवास में घुसा, तो उन्होंने तत्काल अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से दुरभाष पर संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन किसी ने भी कॉल रिसीव नहीं की। सूचना के बाद रानीधारा लिंक रोड पुनर्निर्माण संघर्ष समिति के संयोजक विनय किरोला मौके पर पहुंचे। किरौला ने इस अनदेखी को गंभीर बताया है और कहा कि यदि प्रशासन संज्ञान लेता, तो आज आंदोलन की जरुरत नहीं पड़ती। इधर आज नगरपालिका की टीम सेनेटरी इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह भंडारी के नेतृत्व में पहुंची और मलबा हटाने व लंबे समय से बंद नालों को खोलने की कार्रवाई की।

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