— दुल्हे की माता का था यह पर्स, जिसमें रखी थी टीके की राशि
— पहले भी चोरी के आरोप में जेल जा चुका है आरोपी
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा: यहां एक चोर ने बुधवार रात्रि शादी की रिसेप्शन पार्टी में हाथ साफ कर लिया। उसने करीब 50 हजार रुपये की धनराशि से भरा दुल्हा के माता का पर्स उड़ा लिया। इसकी रिपोर्ट दर्ज होते ही आज सुबह त्वरित छानबीन करते हुए चोर को मय धनराशि दबोच लिया, जो एक खंडहर में छिपा मिला।
हुआ यूं कि गत बुधवार की रात्रि यहां जीवन पैलेस होटल में एक शादी की रिसेप्शन पार्टी चल रही थी, इसी बीच किसी अज्ञात व्यक्ति ने दुल्हा के मां का पर्स साफ कर लिया। जिसमें शगुन के टीके की धनराशि के अलावा भी धनराशि रखी थी। यह धनराशि करीब 50 हजार रुपये थी। इस पर अल्मोड़ा निवासी गौरव पाण्डेय ने कोतवाली अल्मोड़ा में आज सुबह इसकी तहरीर दी।तहरीर के आधार पर कोतवाली अल्मोड़ा में पुलिस ने अज्ञात चोर के विरुद्ध धारा-380 भादवि के तहत अभियोग पंजीकृत किया और तफ्तीश शुरू कर दी। एसएसपी प्रदीप कुमार राय के निर्देश पर अभियोग के अनावरण के लिए वरिष्ठ उप निरीक्षक सतीश चन्द्र कापड़ी के नेतृत्व में टीम गठित हुई।
टीम ने घटनास्थल में लगे सभी सीसीटीवी कैमरों का गहनता से अवलोकन किया, तो इसमें रात एक व्यक्ति वादी की माता का पर्स उठाकर जाता दिखाई दिया। इसके बाद इस व्यक्ति के शिनाख्त का प्रयास हुआ। प्रयास पर सीसीटीवी कैमरे में दिखाई दिए व्यक्ति की शिनाख्त पारस जोशी पुत्र रमेश चन्द्र जोशी, निवासी बख्शीखोला, अल्मोड़ा के रुप में हुई। एसएसआई सतीश चन्द्र कापड़ी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने ठोस सुरागरसी—पतारसी करते हुए सूचना संकलित की और आरोपी पारस जोशी को बख्शीखोला के ही एक खंडहर से आज गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से वादी की माता के पर्स में रखे 36,800 रुपये व एक भूरे रंग का लेडीज पर्स से 117 रंग बिरंगी शगुन के खाली लिफाफे बरामद किए। उसके खिलाफ वैधानिक कार्यवाही की गई है। अभियोग दर्ज होने के दो घंटे बाद ही पुलिस ने चोर दबोच लिया। पुलिस टीम में एसएसआई सतीश चंद्र कापड़ी के साथ एनटीडी चौकी प्रभारी बिशन लाल व आरक्षी खुशाल राम शामिल रहे।
आरोपी का आपराधिक इतिहास
पड़ताल पर पता चला कि पारस जोशी चोरी के आरोप में पहले भी जेल जा चुका है। इसके खिलाफ वर्ष 2019 में NDPS ACT तथा वर्ष 2020 में धारा 379/411 IPC के तहत कोतवाली अल्मोड़ा में मुकदमा दर्ज हो चुका है और चोरी के आरोपी में फिर अभियोग चल पड़ा है।