सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर
उक्रांद के जिलाध्यक्ष हीरा बल्लभ भट्ट ने कहा कि गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाया जाए। गैस सिलिंडरों की कीमत पांच सौ रुपये से कम करने और पुरानी पेंशन बहाली आदि मुद्दों पर वह कांग्रेस को समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्थानीय मुद्दों को उठाने वालों को विधानसभा चुनाव में अहमियत दी जाएगी।
मंगलवार को पत्रकार वार्ता में उक्रांद के जिलाध्यक्ष भट्ट ने कहा कि पहाड़ का विकास पहाड़ में राजधानी होने पर ही होगा। दिल्ली से पहाड़ का विकास संभव नहीं है। कांग्रेस कुछ स्थानीय मुद्दों पर बात कर रही है। उक्रांद बागेश्वर और कपकोट विधानसभा के प्रत्याशियों को अपना समर्थन देती है। कहा कि पुलिस कर्मचारियों को 4600 से ग्रेड पे मिलना चाहिए। चार लाख युवाओं को रोजगार देने की बात की जा रही है। रोजगार नहीं मिलने तक उन्हें भत्ता मिलेगा। स्थानीय मुद्दों पर कहा कि सरयू-गोमती संगम पर नगर बसा है। पिछले 22 वर्ष से नगर को पानी नहीं मिल सका है। दो-दो नदियां बह रही हैं। जनप्रतिनिधि वोट मांगने आ रहे हैं। उन्हें शर्म आनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सांसद और विधायक खड़जे की राजनीति करते आ रहे हैं। जनता की उन्हें परवाह नहीं है। चुनाव के समय वह वायदे करते हैं और भूल जाते हैं। शराबंदी, बंदरों के आतंक से निजात दिलाने की बात पिछले घोषणा पत्र में की गई थी। वह धरातल पर नहीं उतर सकी है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को गैरसैंण राजधानी बनने के बाद ही सम्मान मिलेगा। इस अवसर पर दिनेश बिंष्ट, लीलाधर चौबे, लालमणि शर्मा, सुरेश चंद्र ओली, रमेश आर्य आदि मौजूद थे।