सराहनीय : पुलिस आरक्षी ने जरूरतमंदों को अपने बोनस के पैसों से बांटे कंबल, मिठाई

पर हित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहिं अधमाई॥ सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा यहां एक पुलिस के आरक्षी को पूरे शहर में अत्यंत सराहना…


  • पर हित सरिस धर्म नहिं भाई। पर पीड़ा सम नहिं अधमाई॥

सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा

यहां एक पुलिस के आरक्षी को पूरे शहर में अत्यंत सराहना मिल रही है। इन्होंने अपने बोनस के पैसों का इस्तेमाल गरीब और बेसहारा लोगों की मदद करके एक ​बड़ी मिसाल पेश की है।

उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा पुलिस के आरक्षी संदीप कुमार एसएसपी कार्यालय अल्मोड़ा में तैनात हैं। वह नित्य प्रातः 04 बजे दैनिक सूचना बनाने कार्यालय आते हैं। ज्ञात रहे कि नवंबर माह में अल्मोड़ा में सुबह—शाम अत्यधिक ठंड पड़ रही है। जब तमाम लोग अपने—अपने घरों में ठंड से बचने के लिए कैद रहते हैं तो संदीप कुमार को कार्यालय आना पड़ता है। इस भीषण सर्दी में इनका ध्यान कुछ बेसहारा और अत्यंत गरीब लोगों की ओर आकृषित हुआ।

इन्होंने पाया कि जब वह ड्यूटी पर आते हैं तब कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो अत्यधिक ठंड होने के कारण सड़क के एक किनारे अथवा अपने टूटे—फूटे आवास में ठंड से ठिठुरते रहते हैं। इन लोगों का कोई सहारा होता और इन्हें पूरी रात ठंड में बितानी पड़ती है। इनकी पीड़ा देखकर संदीप बहुत द्रवित हो उठे ओर उन्होंने फैसला लिया कि उन्हें मिले बोनस के पैसों से वह इन जरूरतमंदों की मदद करेंगे। अतएव उन्होंने ​अपने बोनस में मिले पैसों से कंबल और मिठाइयां खरीद सड़क किनारे कच्चे घरों में रह रहे असहाय और निर्धन लोगों को मिठाई और कंबल वितरित किया। इनमें शामिल कई वृद्ध जनों ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। यह यह भी उल्लेखनीय है कि अल्मोड़ा नगर क्षेत्र में सैकड़ों की संख्या में ऐसे लोग हैं, जिनकी मासिक आय लाखों में है। इसके बावजूद गिने—चुने लोग ही ऐसे होते हैं जो गरीब, असहायक व जरूरतमंदों की सेवा अपनी आय से करना पसंद करते हैं। अधिकांश लोग तो स्वयं एवं अपने परिवार के लिए धन—संपदा संग्रह के अतिरिक्त जीवन भर कुछ सार्थक नहीं कर पाते। ऐसे धनाढ़य लोगों के लिए इन पुलिस आरक्षी का नि:स्वार्थ सेवा कार्य एक बड़ी मिसाल हैं


Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *