अल्मोड़ा। ग्राम फुलई के पूर्व प्रधान दयाल सिंह मेहरा ने नगर पंचायत चैखुटिया में शामिल गांवों के लोगों की परेशानियों से उप जिलाधिकारी को रूबरू कराया है और अविलंब परेशानियों का हल निकालने की गुहार लगाई हैं।
उन्होंने उप जिलाधिकारी चैखुटिया तथा नगर पंचायत चैखुटिया के अधिषाशी अभियंता को ज्ञापन भेजा है। जिसमें कहा गया है कि सरकार ने 6 ग्राम पंचायतों को मिलाकर नगर पंचायत चैखुटिया का दर्जा गया है। मगर आपत्ति के कारण प्रकरण उच्च न्यायालय के विचाराधीन चल रहा है। मगर इन ग्राम पंचायतों के लोग परेशानी का सामना कर रह हैं। उन्हें मृत्यु प्रमाण पत्र, जन्म प्रमाण पत्र व पेंशन संबंधी कागजात न तो नगर पंचायत से मिल पा रहे हैं और न ही विकासखंड से। विकासखंड द्वारा यह कहकर इंकार कर दिया जा रहा है कि उनके कार्य तहसील से होंगे, लेकिन तहसील में नगर पंचायत के लोगों के इन कार्यों के लिए कोई भी कार्मिक तैनात नहीं है। समस्या ये है कि राशन कार्ड आनलाइन करने के लिए जरूरी कागजात नहीं बन पा रहे हैं। सीएससी सेंटर से उनके प्रमाण पत्र इसलिए नहीं बन रहे हैं कि उनका नाम विकासखंड की सूची से हटा दिया गया हैं। दूसरी तरफ नगर पंचायत न तो प्रमाण पत्र दे रही है और न ही कोई स्पष्ट मार्गदर्शन। उक्त पूरी स्थिति का उल्लेख ज्ञापन में किया गया है। पूर्व प्रधान दयाल सिंह मेहरा ने अनुरोध किया है कि जब तक उच्च न्यायालय का निर्णय नहीं हो जाता, तब तक इन परेशानियों का स्पष्ट हल निकाला जाए।
अल्मोड़ा: नगर पंचायत में शामिल लोगों का दुखड़ा एसडीएम को भेजा
अल्मोड़ा। ग्राम फुलई के पूर्व प्रधान दयाल सिंह मेहरा ने नगर पंचायत चैखुटिया में शामिल गांवों के लोगों की परेशानियों से उप जिलाधिकारी को रूबरू…