हल्द्वानी न्यूज : रोजगारपरक योजनाओं पर अधिकारी दें विशेष ध्यान : फैनई

हल्द्वानी। विभिन्न योजनाओं में प्राप्त धनराशि का समय से सदुपयोग करें तथा रोजगार परक योजनाओं पर विशेष ध्यान दें, यह निर्देश सचिव समाज कल्याण व…

हल्द्वानी। विभिन्न योजनाओं में प्राप्त धनराशि का समय से सदुपयोग करें तथा रोजगार परक योजनाओं पर विशेष ध्यान दें, यह निर्देश सचिव समाज कल्याण व जनपद प्रभारी सचिव एल. फैनई ने सर्किट हाउस काठगोदाम मे समीक्षा बैठक लेते हुये दिये।
जनपद प्रभारी सचिव ने जिला योजना, राज्य सेक्टर,केन्द्र पोषित वाहृय सहायतित योजनाओें के साथ ही राजस्व वसूली, राजस्व वाद निस्तारण, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, जलजीवन मिशन सहित अन्य योजनाओ की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कृषि, उद्यान, पशुपालन, लघु उद्योग, डेयरी अन्य रोजगार परक योजनाओं में विशेष ध्यान दिया जाए तथा योजनाओं मे ओवरलैपिंग कतई ना हो। उन्होंने समीक्षा दौरान राजस्व वादों के त्वरित निस्तारण के साथ ही राजस्व वसूली पर भी ध्यान देने के निर्देश दिये। फैनई ने कहा कि पलायन रोकने हेतु विभिन्न विभागीय योजनाओं का युगपतिकरण कर कार्य योजना बनाकर कार्य किये जाएं।

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पशुपालन, मत्स्य पालन, डेयरी,उद्यान, लद्यु उद्योग, सामुहिक कृषि कार्य किये जांए। उन्होंने बीस सूत्रीय कार्यक्रम की समीक्षा करते हुये एनआरएलएम, अनुसूचित जाति, परिवारों को आर्थिक सहायता, पीएमजीएसवाई, लद्यु उद्योगों की स्थापना में त्वरित गति से कार्य करते हुये ए श्रेणी में आने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। उन्होंने कहा कि पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत सड़क निर्माण में लक्ष्य अधिक है, तो रिवाइज लक्ष्य निर्धारण हेतु शासन को लिखें ताकि लक्ष्य का पुर्ननिर्धारण हो सके। उन्होंने होमस्टे में अधिक से अधिक पंजीयन करने तथा होमस्टे में अधिक से अधिक प्रार्थना पत्र पर ऋण वितरित करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने रोजगार परक योजना वीरचन्द्र गढवाली, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजनाओं मे अधिक से अधिक पात्र स्वरोजगारियों को लाभान्वित करने के निर्देश भी दिये।

समीक्षा दौरान जिलाधिकारी सविन बंसल ने बताया कि जनपद में जिला योजना के अन्तर्गत 47.72 करोड अनुमोदित परिव्यय के सापेक्ष शासन से 38.61 करोड अवमुक्त हुये हैं जिसके सापेक्ष कोविड के चलते 12.46 करोड व्यय हुये है। इसी तरह राज्य सेेक्टर में 278.03 करोड के सापेक्ष 139.52 करोड अवमुक्त हुआ है जिसमें से 100.91 करोड व्यय हुये हैं। केन्द्र पोषित सेक्टर में 353.95 करोड के सापेक्ष 194.57 करोड के सापेक्ष 135.78 करोड व्यय हुये हैे। इसी तरह वाहृय सहायतित सेक्टर में 27.52 करोड के सापेक्ष 14.55 करोड अवमुक्त हुआ है जिसके सापेक्ष 11.14 करोड व्यय हुआ है। उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के अन्तर्गत 250 लक्ष्य के सापेक्ष 505 प्रार्थना पत्र बैंकों को स्वीकृत हेतु भेजे गये। जिसमे से बैकों द्वारा 125 प्रार्थना पत्रो पर ऋण स्वीकृत करते हुये 91 प्रार्थना पत्रो पर ऋण वितरित कर दिया गया है। वीरचन्द्र गढवाली योजना के अन्तर्गत 30 प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष 32 प्रार्थना पत्र बैको को भेजे गये। जनपद में 332 होमस्टे संचालित हैं जबकि 101 होमस्टे पर कार्य प्रगति पर है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अन्तर्गत 114 लक्ष्य के सापेक्ष 736 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये हैं, जांच के उपरान्त 117 प्रार्थना पत्र ऋण स्वीकृति हेतु विभिन्न बैकों को भेजे गये जिसमे से 96 लाभार्थियो को ऋण वितरित किया गया है। उन्होने बताया कि उद्यमिता विकास के लिए उद्यमिता विकास प्रशिक्षण कार्यक्रम के अन्तर्गत विभिन्न व्यवसायों हेतु 450 लोगों को प्रशिक्षण दिया गया है।

उन्होंने बताया कि जनपद मे 7 ग्रोथ सेन्टर प्रस्तावित हैं जिसमें से 6 स्वीकृत हो चुके हैं, 1 ग्रोथ सेन्टर संचालित है तथा 5 ग्रोथ सेन्टरो का निर्माण कार्य गतिमान है, जिनको शीघ्र संचालित किया जायेगा।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेन्द्र सिह भण्डारी,प्रभागीय वनाधिकारी टीआर बीजूलाल,मुख्य चिकित्साधिकारी डा. भागीरथी जोशी,जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी,एपीडी संगीता आर्या,एसीएमओ डा. रश्मि पंत,पुलिस अधीक्षक अमित श्रीवास्तव, मुख्य कृषि अधिकारी डा. धनपत कुमार, मुख्य उद्यान अधिकारी भावना जोशी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा. पीएस भण्डारी, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता,डीएसटीओ एलएम जोशी, डीएसओ मनोज बर्मन, जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट, आपदा प्रबन्धन अधिकारी शैलेश कुमार, जिला पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।


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