अल्मोड़ा न्यूज: पुलिस की पहल “उम्मीद” ने बनाई साख, अब दूरस्थ गांव के वृद्ध को खून देकर दिखाई मानवता, पहले भी संकट में पुलिस दे चुकी कईयों का साथ
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
अपराधों पर अंकुश लगाने, नियम—कानूनों का पालन कराने और शांति व्यवस्था में जुटी अल्मोड़ा पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा के निर्देशन में मानवीय धर्म निभाने में भी बेहतर साख बनाई बनाई है। लाकडाउन अवधि में “उम्मीद” मुहिम के तहत अल्मोड़ा पुलिस मानवीय दृष्टिकोण से तमाम लोगों की मददगार बनी है। ऐसा ही एक मामला प्रकाश में आया है। जिसमें पुलिस ने गंभीर बीमार वृद्ध की खून देकर जान बचाई है। मामला चौखुटिया ब्लाक के एक गांव का है।
हुआ यूं कि जनपद के चौखुटिया ब्लाक के दूरस्थ गांव की एक महिला ने अल्मोड़ा पुलिस की मीडिया सेल प्रभारी हेमा ऐठानी से दूरभाष पर सम्पर्क कर अपनी दुखद व्यथा सुनाई। व्यथा ऐसी कि पूरा परिवार संकट के दौर से गुजर रहा है। उसकी पीड़ा ये थी कि लाॅकडाउन के दौरान उसकी माता का बीमारी के चलते निधन हो गया। इधर उसके 62 वर्षीय पिता गंभीर बीमारी से पीड़ित चल रहे हैं, बल्कि गत लॉकडाउन अवधि में भी अल्मोड़ा पुलिस ने ही दो—तीन बार उनकी दवाईयां मंगवाकर उन्हें उपलब्ध कराकर मदद की थी। महिला ने हेमा को बताया कि इधर उसके पिता की तबियत कुछ ज्यादा दयनीय है। उनके शरीर में खून की मात्रा बेहद कम हो चुकी है और उन्हें ब्लड चढ़ाया जाना अति आवश्यक हो गया है, मगर कहीं कोई इंतजाम नहीं हो पा रहा है। महिला ने यह भी बताया कि वह पिता का एकमात्र सहारा है।
इस व्यथा को सुन मीडिया सेल प्रभारी हेमा ऐठानी का मन पसीजा। वह इस व्यथा को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में लाई। फिर एसएसपी अल्मोड़ा प्रह्लाद नारायण मीणा ने मदद की पहल शुरू की। उन्होंने जनपद के पुलिस कर्मियों से समन्वय स्थापित कर संबंधित ब्लड ग्रुप के पुलिस कर्मी चुने और इच्छुक पुलिस कर्मियों को रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इसके बाद कई पुलिस कर्मी इस नेक कार्य के लिए आगे आए। गत 14 व 15 अक्टूबर को रानीखेत के अस्पताल में एसआई फिरोज आलम, कांस्टेबिल विरेन्द्र सिंह, अमित राणा व रविन्द्र बचकोटी रक्तदान के लिए पहुंचे। जहां उन्होंने रक्तदान कर महिला के पिता की जान बचाई। पुलिस की ओर से महिला को भविष्य में भी मदद का भरोसा दिलाया और कोई भी समस्या होने पर सम्पर्क करने को कहा है। पिता एवं पुत्री दोनों ने की अल्मोड़ा पुलिस के इस मानवता के कार्य की सराहना की गयी।