पीयूष मिश्रा
अयोध्या। मवई थाना क्षेत्र के ग्राम शेरपुर में जनसेवा केंद्र संचालक के साथ हुई लूट की घटना झूठी पाई गई। ग्राम रामपुरजनक के जनसेवा केंद्र संचालक रविकुमार ने मवई थाना पहुंच कर बताया था कि उसके साथ लूट की घटना नहीं हुई थी बल्कि एक अज्ञात लड़की द्वारा मेरे व्हाट्सएप पर वीडियों काल करके ब्लैकमेल किया गया था। लड़की के झांसे में आने पर मैंने कई किस्तों में उसके द्वारा बताए गए खाता नम्बर पर पैसे डाल दिये।रविकुमार ने बताया कि 15 अगस्त को मेरे मोबाइल पर लैमोर एप के जरिये फोन आया। मैंने उससे कहा कि अभी बाद में फोन करेंगे। पुलिस के अनुसार रविकुमार जब अपने जनसेवा केंद्र पर पहुंचा तो उसने लड़की के मोबाइल पर हाय लिख दिया। उसके बाद लड़की का वीडियो कॉल आया वीडियो कॉल तीस सेकेंड का था।
वीडियो कॉल में लड़की रविकुमार के साथ अश्लील हरकत करने लगी। इसी बीच उसने मोबाइल पर स्क्रीन शाट लेकर ब्लैकमेल करते हुए कहा कि यदि मेरे बताये हुए खाता नम्बर पर पैसे नही डालोगे तो दोनों का फोटो सोशल मीडिया पर डाल देंगे। इस पर रविकुमार ने उसके खाते पर पांच सौ रुपये डाले। इसके बाद यूट्यूब मैनेजर का फोन आया और उसने भी रवि को धमकाया। डर के मारे उसने कई किस्तों में लगभग 53 हजार रुपये डाल दिया। जब रविकुमार को महसूस हुआ कि उसके साथ धोखा हुआ है तो वह मानसिक रूप से परेशान हो गया। जब वह गुरुवार को शाम को वापस घर जा रहा था तो रास्ते मे चकराकर गिर गया।उसने अपने घर वालों से यह राज छिपाने के लिये लूट की मनगढंत झूठी कहानी रच दी। प्रभारी निरीक्षक मवई राम किशन राना ने बताया कि प्रथम दृष्टया ही यह घटना सन्देहास्पद लगी थी।