हल्द्वानी न्यूज : न बैंडबाजा ना बारात, पांच बाराती, सात फेरे और हो गए एक दूजे के
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हल्द्वानी। बैंड न बाजा, न लाइटिंग न डिस्को.. पांच बारातियों की मौजूदगी में दूल्हा-दुल्हन ने एक दूसरे को वरमाला पहना कर जीवन भर साथ रहने का वचन लिया। हल्द्वानी स्थित निवास में सोमवार को हुए इस शादी समारोह में वर-वधू पक्ष ने मुंह पर मास्क लगाने के साथ ही सोशल डिस्टेन्सिंग का भी ध्यान रखा। कम खर्च में विवाह सम्पन्न होने से लड़के वालों ने कहा कि कोरोना से सीख लेकर सरकार को इसी तर्ज पर सादगी से विवाह संस्कार वाला कोई कानून बनाना चाहिए। ताकि हर बेटी की शादी में अभिभावकों की कमर न टूटे। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन की वजह से विवाह टल रहा था। आखिरकार दोनों परिवारों ने आपस में बात करके सादगी के साथ विवाह सम्पन्न कराने का मन बनाया।
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सोमवार को दूल्हा विमल भट्ट पांच बारातियों के साथ दुल्हन के निवास पहुंचा, जहां दुल्हन पक्ष की तरफ से भी पांच ही लोग मौजूद थे। दूल्हा-दुल्हन ने बड़ों का आशीर्वाद लेने के बाद एक-दूसरे को वरमाला पहनाई और फिर पंडित ने फेरे करवा कर विवाह सम्पन्न कराया। वहीं लड़की के पिता कहा कि कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि इतने कम खर्च में बेटी की शादी हो जाएगी। अगर, सरकार ऐसा कानून बना दे कि विवाह में इससे ज्यादा खर्च न हो तो कन्या भ्रूण हत्या अपने आप बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि बेटियां बोझ नहीं होती। दहेज और वैवाहिक खर्च का बोझ अभिभावकों को तोड़ देता है। उन्होंने कहा कि कोरोना आपदा जरूर है, लेकिन इंसान को बहुत बडी सीख दे रहा है।