अल्मोड़ा, 10 अगस्त। शायद ही नगर का कोई मोहल्ला होगा, जहां बंदरों का कुनबा नहीं पहुंचता होगा। कटखने बंदर महज उत्पाद ही नहीं मचा रहे, बल्कि लोगों को काटने में देर नहीं कर रहे। नगरवासी बंदरों के आतंक से आजिज आ चुकी है। इसी विकट समस्या को लेकर अल्मोड़ा जन अधिकार मंच मुखर हो चला है। मंच का शिष्टमंडल पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी से मिला और इस समस्या से निजात दिलाने की पुरजोर मांग उठाई।
मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि नगर क्षेत्र में काफी लम्बे समय से जनता कटखने बंदरों से आतंकित है। शिष्टमण्डल ने पालिकाध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी को ज्ञापन सौंपा और दो टूक चेतावनी दी कि यदि एक माह में बंदर पकड़ने की कार्यवाही नहीं हुई, तो 10 सितम्बर 2020 से नगर पालिका परिसर में वृहद आन्दोलन शुरू कर दिया जाएगा। ज्ञापन में कहा है कि समस्या विकट रूप धारण करते जा रही है और नगर में चार माहों में 200 से ज्यादा लोगों को बंदर काट चुके हैं। विशेषकर नगर के लक्ष्मेश्वर, एनटीडी, त्रिपुरासुन्दरी, बालेश्वर व दुगालखोला वार्डों में बंदरों ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया हैं। अन्य मोहल्लों में भी इनका सरेआम आंतक चल रहा है।बुर्जगों, महिलाओं और बच्चों में भय व्याप्त रहता है और निजी व सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंच रही है। बिजली व टेलीफोन लाइनें इनके उत्पाद से गड़बड़ा रही हैं और दुकानों को क्षति पहुंचाई जा रही है। पालिकाध्यक्ष श्री जोशी ने शिष्टमण्डल को आश्वासन दिया कि जल्द इस मामले पर कार्यवाही होगी। शिष्टमण्डल में मंच संयोजक त्रिलोचन जोशी, वरिष्ठ विधि परामर्शदाता केवल सती, मनोज सनवाल, पूर्व सभासद जीवन नाथ वर्मा, सूबेदार पान सिंह बिष्ट, लक्ष्मेश्वर के सभासद अमित शाह मोनू, पंकज वर्मा, नमित जोशी, ओम प्रकाश जोशी आदि शामिल थे।
अल्मोडा: हर मोहल्ले में बंदरों के कुनबे का डेरा, नागरिक दुखी, जन अधिकार मंच हुआ मुखर, पालिका से मांगी संकट से निजात
अल्मोड़ा, 10 अगस्त। शायद ही नगर का कोई मोहल्ला होगा, जहां बंदरों का कुनबा नहीं पहुंचता होगा। कटखने बंदर महज उत्पाद ही नहीं मचा रहे,…