⏩ जाना था काशीपुर, पहुंच गया भतरौजखान
⏩ होमगार्ड के जवानों ने पेश की मानवता की मिसाल
⏩ परिजनों के किया सुरक्षित सुपुर्द
सीएनई रिपोर्टर, रानीखेत
दीपावली की छुट्टी पूरी होने के बाद रामनगर से आवासीय विद्यालय काशीपुर के लिए रवाना हुआ एक छात्र अचानक लापता हो गया। जहां परिजन उसके लिए परेशान थे, वहीं यह डरा-सहमा बालक भतरौजखान में इधर-उधर भटक रहा था। इस बीच यातायात ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड के दो जवानों ने मानवता की मिसाल पेश करते हुए इस भूखे बालक को न केवल भोजन कराया, बल्कि सकुशल उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
दरअसल, भतरौजखान के एक व्यवसायी पूरन करगेती द्वारा यातायात ड्यूटी में तैनात होमगार्डों को सूचना दी गई कि बाजार में एक डरा-सहमा नाबालिग बालक संदिग्ध अवस्था में बैठा है। जिस पर होमगार्ड चंदन सिंह व गोविंद अकोलिया तत्काल उस बालक के पास पहुंचे। पूछताछ करने पर बालक द्वारा अपना नाम भास्कर जोशी (उम्र 16 वर्ष) पुत्र नवीन चंद्र जोशी निवासी छोई रामनगर बताया गया।
बालक द्वारा बताया गया कि दिवाली की छुट्टी पूरी होने के बाद परिजनों द्वारा उसे रामनगर से काशीपुर स्थित संस्कृत विद्यालय के लिए बस में बैठाया गया। इस बात से वह परिजनों से नाराज था। जब उसके परिजन उसे बस में बैठाने के बाद लौटे तो वह काशीपुर जाने वाली बस से उतर कर भतरौजखान (अल्मोड़ा) की बस में बैठ गया। भतरौजखान बाजार में उतरने के बाद उसे कुछ समझ नहीं आया कि वह क्या करे और भूखा-प्यास ही बैठा रहा। जिसके बाद जवानों ने उसे भोजन कराया और उसके परिजनों को भी मामले को लेकर सूचित किया।
इसके बाद भतरौजखान थाने में बाल को उसके परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इधर इस कार्य के लिए परिजनों व व्यापार मंडल द्वारा यातायात ड्यूटी में तैनात होमगार्ड्स व थाना भतरौजखान पुलिस का आभार जताया है। तमाम लोगों ने विशेष रूप से होमगार्ड चंदन सिंह व गोविंद अकोलिया के इस प्रयास की सराहना की है।