अल्मोड़ा : मोर्चे पर जन स्वास्थ्य संघर्ष मोर्चा, पुरजोर ढंग से उठाया पंगु स्वास्थ्य सेवा का मामला, डीएम से मुलाकात, विभिन्न स्तरों को भेजे ज्ञापन

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा31 अगस्त, 2020 यहां गत दिनों गर्भवती महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है।…

सीएनई संवाददाता, अल्मोड़ा
31 अगस्त, 2020
यहां गत दिनों गर्भवती महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली के खिलाफ लगातार आवाज उठ रही है। सोमवार को जन स्वास्थ्य संघर्ष मोर्चा ने इस मुद्दे को ​जोरशोर से उठाया। मोर्चा का एक दल कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां जिलाधिकारी से मुलाकात की और स्वास्थ्य असुविधाओं की ओर उनका ध्यान खींचा। साथ ही विभिन्न मांगों का ज्ञापन डीएम के माध्यम से कुमाऊं मंडल आयुक्त तथा मुख्यमंत्री को भेजा। मांगों पर गौर नहीं फरमाने की स्थिति में संघर्ष का संकेत दिया।
ज्ञापन में कहा गया है कि अल्मोड़ा की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के कारण पहले कई लोगों को अपना बहुमूल्य जीवन खोना पड़ा है और अब कोरोना महामारी के चलते स्थितियां ज्यादा गंभीर हो गई हैं। कहा है कि ​पिछले दिनों गर्भवती आशा देवी की मौत को विचलित करने वाली है। इस मामले की जांच गम्भीरता से कराकर दोषियों के खिलाफ आपराधिक लापरवाही का मामला दर्ज करने तथा पीड़ित परिवारों को उचित मुआवजा देने की मांग की गई है। यह भी कहा है कि जन स्वास्थ्य संघर्ष मोर्चा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में नीतिगत सकारात्मक बदलाव का पक्षधर है और संवेदनहीन व लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों, चिकित्सकों के खिलाफ आवाज उठाने का संयुक्त मंच भी है। ज्ञापन में उत्तराखण्ड में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के​ लिए एक बहुआयामी जन स्वास्थ्य आयोग का गठन करने, स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर आ रही जन शिकायतों के निराकरण हेतु हर स्तर पर प्रतिमाह जन सुनवाई करने, जिलों में स्वास्थ्य प्रबन्ध समितियों में नागरिक समाज के स्वतंत्र, सक्रिय व संवेदनशील प्रतिनिधियों की संख्या बढ़ाने, अस्पताल में मरीजों का कोरोना जांच के नाम पर उत्पीड़न रोकने, आवश्यक होने पर अस्पताल में ही कोरोना रैपिट टैस्ट की सुविधा देने, अस्पतालों में चिकित्सकों, आवश्यक स्टाफ, उपकरणों, दवाओं की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित करने, बाहर की दवा लिखने व जांच करवाने पर रोक लगाने, स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही से जान गंवाने वाली महिलाओं आशा देवी व तारा देवी के मामले में जिम्मेदार लोगों पर शख्त कार्यवाही करने, पीड़ित परिवार को 10 लाख रूपया मुआवजा देने की पुरजोर मांग की है। अन्यथा की स्थिति में स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए संघर्ष शुरू करने की चेतावनी भी शामिल है।

ज्ञापन देने वाली टीम में पालिकाध्यक्ष प्रकाश चंद्र जोशी, मनोज सनवाल, किशन चंद्र गुर्रानी, डा. जेसी दुर्गापाल, उपपा के केंद्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी, आनंद सिंह बगडवाल, त्रिलोचन जोशी, चंद्रमणि भट्ट, उलोवा के पूरन चंद्र तिवारी, दयाकृष्ण कांडपाल, मोती लाल वर्मा, डा सुशील तिवारी, दिनेश पांडे, हेम जोशी, एड. रमाशंकर नैनवाल, उदय​ किरौला, दीप जोशी, व्यापार मंडल के सुशील साह, संजय अग्रवाल, बार उपाध्यक्ष कुंदन लटवाल, उक्रांद जिलाध्यक्ष शिवराज बनौला, नारायण राम, रमाशंकर, किरन आर्या, रेशमा परवीन आदि कई लोग शामिल हुए।


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