दिन दहाड़े घर के पास बैठा था गुलदार, बच्चों ने जूम कैमरे में किया कैद
चौनीखेत में मवेशीखोर गुलदारों का आतंक

सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी। Leopard captured in zoom camera : यहां चौनीखेत में दिन—दहाड़े दो गुलदारों के दिखाई देने से दहशत का माहौल है। बच्चों द्वारा जूम कैमरे की मदद से एक गुलदार की फोटो भी ले ली गई।

जानकारी के अनुसार क्षेत्र में लंबे समय से गुलदारों की आवाजाही देखी जा रही है। इनके द्वारा आए दिन कई पालतू मवेशियों को शिकार बना लिया गया है। चौनीखेत में पूर्व प्रधान अनूप सिंह जीना के आवास के पास ही गुलदार बच्चों द्वारा कैमरे में कैद भी कर लिया गया।
इस फोटो में साफ देखा जा रहा है कि गुलदार बड़े आराम से गांव के पैदल मार्ग में झाड़ियों की हल्की सी ओट में बैठा हुआ है। यदि इस गुलदार पर बच्चों की नजर नहीं पड़ती और वह गलती से इस रास्ते को आगे चले जाते तो वह उन पर हमला भी कर सकता था। बता दें कि आज शुक्रवार दोपहर तीन बजे यह गुलदार देखा गया।
स्थानीय ग्रामीणों ने वन विभाग से उचित कार्रवाई करते हुए गुलदारों के आतंक से निजात दिलाने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि कम से कम रोज घूमते दिख रहे इन गुलदारों को पिंजरे में कैद कर आबादी वाले इलाकों से दूर छोड़ देना चाहिए।
दहशत का बड़ा कारण
दरअसल, बच्चों द्वारा ली गई गुलदार की इस फोटो को देखने के बाद पूरे गांव में दहशत है। जिन रास्तों का लोग आने—जाने के लिए प्रयोग करते हैं, वहां कब कोई तेंदुआ घात लगाए मिल जाये, कहा नहीं जा सकता। फोटो में साफ देखा जा सकता है कि गुलदार चीड़ के पेड़ों और घास की ओट में ऐसा घुल—मिल गया है कि दूर से इसे स्पष्ट देखा भी नहीं जा सकता। यदि बच्चे भूलवश इस रास्ते से गुजर जाते तो कुछ भी हो सकता था।