किच्छा। नगर पालिका के पांच सफाई कर्मचारियों की कोविड-19 रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद नगर पालिका में हड़कंप मच गया है। फिलहाल प्रशासन द्वारा पांचो कोरोना संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करते हुए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तमाम प्रयास किए जा रहे हैं, बावजूद इसके आम जनता लगातार लापरवाही करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य नियमों की अनदेखी कर अपने तथा अन्य लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड में सार्वजनिक रूप से मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है, बावजूद इसके तमाम लोग बिना मास्क पहने सार्वजनिक स्थानों तथा मुख्य बाजार में घूमते आम तौर पर देखा जा सकता है। नगर पालिका में कुछ दिन पूर्व भी कई कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद बाहरी लोगों की नगर पालिका में आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी तथा दवा का छिड़काव करते हुए सभी कर्मचारियों को सावधानी बरतने तथा सचेत रहने के निर्देश दिए गए थे। गत दिनों की गई जांच रिपोर्ट के बाद अब 5 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रशासन द्वारा आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बताया जा रहा है कि कोरोना संक्रमित पाए गए नगर पालिका के 5 कर्मचारियों में से 2 कर्मचारी उत्तरांचल कॉलोनी, वार्ड 8 के रहने वाले हैं तथा तीन कर्मचारी ग्राम सिरौली, वार्ड 18 में निवास करते हैं। फिलहाल स्वास्थ्य विभाग की टीम कोरोना संक्रमित पाए गए लोगों की गली को सील करने, संक्रमित मरीजों के परिवार के अन्य सदस्यों के भी स्वास्थ्य जांच सहित संक्रमित मरीजों के संपर्क में आए लोगों की सूची बनाने की तैयारी में जुट गई है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एच सी त्रिपाठी ने आम जनता से सामाजिक दूरी बनाए रखने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, अनिवार्य रूप से सार्वजनिक स्थानों पर मास्क का उपयोग करने तथा साफ-सफाई पर विशेष रूप से ध्यान रखने की अपील की है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।