जैंती : गड्ढायुक्त व धूल धूसरित सड़कों ने कठिन बनाया सफर, विभाग बेखबर, जैंती की सड़कें दुर्दशाग्रस्त

जैंती/अल्मोड़ा, 7 अगस्त। जैंती क्षेत्रान्तर्गत सड़कें इतनी खस्ताहाल हो गई हैं कि इनसे हिचकोले खाते और धूल फांकते सफर करना आम बात हो गई है।…

जैंती/अल्मोड़ा, 7 अगस्त। जैंती क्षेत्रान्तर्गत सड़कें इतनी खस्ताहाल हो गई हैं कि इनसे हिचकोले खाते और धूल फांकते सफर करना आम बात हो गई है। मगर सुधलेवा कोई नहीं। ​सड़कों की दयनीय दशा के लिए जिम्मेदार विभाग की हठधर्मिता का आलम ये है कि मानो वह दुर्घटनाओं का इंतजार कर रहा हो अथवा जनसरोकारों से उसे कोई लेना—देना नहीं हो।
क्षेत्र की सड़कों की हालत दयनीय हो चुकी है। सड़कों पर बड़े—बड़े गड्ढे और किनारों की टूटी—फूटी दीवारें दुर्घटनाओं का सबब बन रही हैं। इतना ही नहीं कहीं नालियोंं का नामोनिशां नहीं है, तो कहीं डामर उखड़ कर सड़कें धूल धूसरित बनी हैं और यात्री धूल फांकने को मजबूर हैं। ऐसे हालातों में बरसात में मुश्किलें तब बढ़ जाती हैं, जब गड्डों पर बरसात का पानी भर रहा है। करीब दो वर्ष पूर्व जैंती छात्रसंघ ने लोनिवि से इस मामले पर वार्ता की थी और आश्वासन मिला था कि नए वित्तीय वर्ष में बजट की उपलब्धता पर जैंती क्षेत्र की सड़कों के गड्ढों को प्राथमिकता पाटा जाएगा। किंतु धरातल पर हाल ये है कि सड़कों की दशा बद से बदतर हो गई है। कुछ माह पहले एक बारगी जैंती—भनोली मोटरमार्ग पर इन गड्ढों को भरने का कार्य हुआ, लेकिन फिर वही हालत से कार्य की गुणवत्ता सामने आ गई है, क्योंकि यह कार्य टिक नहीं पाया।
कमोवेश ऐसा ही हाल जैंती—बांजधार मोटरमार्ग का है। यह मार्ग इस दफा पहली बरसात में ही असना के पास पूरी तरह धंस चुका है। मात्र पत्थरों का भरान करके सुधार कार्य की इतिश्री कर ली गई। ऐसे में इस जगह से गुजरने वाले वाहनों को धोखे से खतरे की आशंका बनी है। जो कभी बड़ी दुर्घटना को दावत दे सकता है। सड़कों की इन हालातों पर पूछे जाने पर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता विजय कुमार का कहना है कि जल्द ही सड़कों का सुधार एवं मरम्मत कार्य किया जाएगा।


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