रुद्रपुर। कहने को प्रदेश में भले ही जीरो टॉलरेंस की सरकार काम कर रही हो पर कालाबाजारियों के काम सरकार कोई हो रुकते नहीं। आज भी गरीबों के राशन पर अमीरों के डाका बदस्तूर जारी है। एफसीआई से निकला ट्रक राइस मिल पहुंचा तो हल्ला मचने पर नेताओं और कालाबाजारियों का सिंडिकेट ऐसे हरकत में आया कि सारा काला सफेद हो गया। शनिवार को एफसीआई से निकला ट्रक सरकारी कोटा लेकर एसएमआई ऑफिस पहुचने के स्थान पर भदईपुरा स्थित राइस मिल में पहुंच गया। ट्रक जैसे ही मिल में घुसा और इसी बीच इसकी सूचना पुलिस को भी हो जाती है और रम्पुरा चौकी से चीता पुलिस कर्मी राइस मिल पहुंच जाते हैं। बस गलती ये हो गयी कि पुलिस समय से पहले पहुंच गयी। अभी ट्रक में लोड राशन उतारना भी शुरू नहीं हुआ था कि ट्रांसपोर्टर नेताओं के साथ राइस मिल में पहुंच गए और यत्न प्रयत्न के साथ दवाब बना कर ट्रक को किसी तरह राइस मिल के बाहर निकलवा दिया। मामला पूर्ति निरीक्षक तक भी पहुंच गया और वह भी मौके पर पहुंच गई थी जब तक वह पहुंची तब तक ट्रक सड़क पर खड़ा था और मामले की लीपा पोती शुरू हो गयी थी। ये हाल तब है जब प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार मुक्त राशन का दम भर रही है। सरकारी गेंहू से भरा ट्रक मिल के अंदर पहुंचा और पुलिस के पहुंचने के बाद बाहर आना चर्चा का विषय बना हुआ है। इधर चौकी प्रभारी केजी मठपाल ने बताया कि इंस्पेक्टर की सूचना पर पुलिस को भेजा गया था। बाद में क्या हुआ इसकी जानकारी चौकी प्रभारी को नहीं पता।
पूर्ति निरक्षक का जवाब
रुद्रपुर। पूर्ति निरीक्षक अनीता तिवारी से इस बावत जानकारी ली गई तो उनका कहना था कि उन्होंने ट्रक में भरे गेंहू के कागजात दिखाने को कहा तो चालक ने कागजात दिखा दिये और मौके पर एसएमआई को भी बुलाया गया। एसएमआई गेंहू को गोदाम में जाने की बात कह कर ट्रक को लेकर चले गये। हालांकि अनीता इस बात का जबाव नहीं दे पाई कि सरकारी गेंहू से भरा वाहन मिल के अंदर कैसे गया।
एसएमआई को फोन नहीं उठा
रुद्रपुर। एसएमआई से जानकारी के लिये उनके मोबाइल पर संपर्क साधा गया तो उनके फोन की घंटी बजती रही,रिसीव नहीं हुआ।
सीसीटीवी कैमरे खोल सकते है राज
रुद्रपुर। राइस मिल में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। वहीं इस राज से पर्दा भी खोल सकते हैं। ट्रक के अंदर आने से लेकर पुलिस पहुंचने और उसके पीछे नेताओं के पहुचने फिर बाहर जाने के पूरा वाकया रिकॉर्ड होना चाहिए।