सीएनई रिपोर्टर, देहरादून
शायद विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है। चर्चा है कि कांग्रेस पार्टी के एक बड़े नेता बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं। सीएनई इस बात का दावा नहीं करता है, लेकिन कई मीडिया रिपोर्टस व राजनैतिक समीकरण इस ओर इशारा जरूर कर रहे हैं।
राजनैतिक विश्लेषकों में काफी चर्चा इस बात की है कि आखिरकार भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा तो कर दी, लेकिन टिहरी सीट क्यों खाली छोड़ रखी है। चर्चा है कि यह सीट प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के लिए छोड़ी गई है। यदि किशोर उपाध्याय भाजपा में शामिल होते हैं तो शायद वह टिहरी सीट से चुनाव लड़ेंगे।
हालांकि स्पष्ट रूप से इस बारे में भाजपा के शीर्ष नेता कुछ भी कहने से बचते आ रहे हैं। सही भी है, राजनीति चीज ही ऐसी है कि इसमें कब, क्या हो जाये स्पष्ट व निश्चित रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता। बावजूद इसके, प्रदेश में चल रहे राजनैतिक घटनाक्रम इसी ओर इशारा कर रहे हैं कि किशोर उपाध्याय कभी भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। जिसका सबसे अहम कारण यह है कि हाल के दिनों में उपाध्याय की भाजपा के कई नेताओं से मुलाकात हुई थी। वहीं जब कांग्रेस किशोर उपाध्याय को पार्टी में सभी पदों की जिम्मेदारी से मुक्त कर चुकी है तो ऐसे में उनके दिल में अवश्यक गहरी चोट पहुंची होगी।
उत्तराखंड कांग्रेस में वर्तमान में सिर्फ हरीश रावत का सिक्का चल रहा है। यह बात उनके विरोधी रहे नेताओं को भीतर कचौट रही होगी, भले ही वह खुले रूप में कुछ न कहें। यह भी याद दिला दें कि कुछ दिन पहले उपाध्याय ने केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी व भाजपा के प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय से मुलाकात की थी। हालांकि उनकी ओर से कहा गया था कि वे वनाधिकार आंदोलन के मामले को लेकर सभी दलों के नेताओं से मिल रहे हैं। इसके बावजूद राजनैतिक विश्लेषकों का यही मानना है कि वह कभी भी कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं।