ब्रेकिंग न्यूज : हरदा का भगत पर करारा वार: रामलीला में दशरथ बनते हैं और राजनीति में रावण के डायलॉग बोल जाते हैं
हल्द्वानी। पूर्व सीएम हरीश रावत ने हर की पैड़ी में गंगा को नहर की दर्जा दिए जाने वाले मामले में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत को करारा जवाब दिया है। रावत ने इशारों इशारों में भाजपा के कई नेताओं को भी घेरा है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि भाजपा की राज्य विरोधी नीतियों का बस्ता बहुत बड़ा है आगे भी भाजपा नेता उन्हें छेड़ेंगे तो वे भाजपा का कारनामे उजागर करेंगे। उन्होंने अपनी फेसबुक वाल पर लिखा है कि
भाजपा अध्यक्ष बंशीधरभगत जी रामलीला में दशरथ का पाठ करते हैं, मगर बहुधा संवाद रावण वाले बोल जाते हैं। वो चाहते हैं कि, मैं प्रायश्चित करूं, भगत जी मैं निश्चित तौर पर 2022 में कांग्रेस की सरकार वापस लाकर प्रायश्चित करूंगा। आपने बहुत ठीक कहा कि, मेरी कुछ कमियां रह गई, जिन कमियों के कारण 2017 में उत्तराखंड में मेरे बाद कुछ भी काम न करने वाली सरकार आयी। रामपुर तिराहा कांड में कौन दोषी है, इस विषय में मुझसे पूछने के बजाय, उस समय के श्री सतपालमहाराज जी के बयानों को जरा सा पढ़ लीजियेगा और यदि आपको वो बयान न खोजने को मिलें, इतना जरा याद कर लीजियेगा कि, रामपुर तिराहा कांड का एक अभियुक्त, आपके किस नेता का जो मुख्यमंत्री भी रहे, केन्द्र में मंत्री भी रहे, उनके प्राइवेट सेक्रेटरी रहे हैं और जिस दिन आप इस सत्य को खोज लेंगे तो फिर रामपुर तिराहा कांड में भाजपा की भूमिका के लिये, आपके पास माफी मांगने के अलावा कोई रास्ता नहीं रहेगा। आप मुझसे कहते हैं कि, केंद्रीय_मंत्री के रूप में क्या किया, मैं तो जमरानी को नेशनल प्रोजेक्ट के रूप में राज्य को देकर के गया, मगर आपके नाम राशि जब वहां से नेता बने, तो उन्होंने एचएमटी को जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया, आईडीपीएल जो हमारी शान थी उसको बंद करवा दिया, बस्ता बड़ा लंबा है, आपकी पार्टी के और आपके नेताओं के कुछ न करने का, तो आगे जितना खुलावोगे उतना खुलता जायेगा, बेहतर यह है कि, मां गंगा को स्क्रैप चैनल के सन्दर्भ में जो निर्णय उस समय लिया गया, वो उस समय के जनहित को देख कर लिया गया, अब हम सबके भावात्मक हित में आप उस निर्णय को वापस करवाईये, उसको रद्द करवाईये।
