हल्द्वानी। देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल उत्तराखंड के यातायात नगर में एक बैठक की गई। जिसमें प्रदेश यातायात प्रभारी नरेंद्र भौर्याल और कुमाऊं मंडल प्रवक्ता देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण उत्तराखंड के सभी कारखाने बंद रहने के कारण हमारे सभी प्रकार के ट्रकों, बसों, टैक्सी, टैंपू व आटो आदि घरों में ही खड़े रहे। जिससे सभी मोटर मालिकों चालकों की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई है। उत्तराखंड एक पर्यटक स्थल होने के कारण यहां पर हर तरह का कारोबार यात्रा सीजन पर निर्भर करता है। लॉकडाऊन के चलते यात्रा सीजन संभव नहीं है।
ऐसे में देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल ट्रांसपोर्ट ने केंंद्र सरकार व राज्य सरकार से मोटर मालिकों चालकों को टैक्स माफी व आर्थिक मदद करने लिए गुहार लगाई है। कहा गया कि सरकार की ओर से अभी तक कोई मदद का आश्वासन नहीं मिलने से नाराज होकर आज भी सभी संगठनों की बैठक में सरकार के प्रति नारजगी के साथ साथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने की बात भी हो रही है। बैठक में हल्द्वानी ट्रांसपोर्ट यूनियन अध्यक्ष राजकुमार सिंह नेगी ने भी कहा कि सरकार द्वारा लॉकडाऊन में लोडिंग गाड़ियों को आवश्यक वस्तुओं की आवाजाही में हमारी केवल 10% गाड़ियाँ ही चली हैं। लेकिन वापसी में माल नहीं मिलने के कारण गाड़ियों को खाली आना पड़ा है जिसमें सबसे ज्यादा डीजल ड्राइवरों हैल्परों की की तन्ख्वाह देना भी मुश्किल हो रहा है। रोड पर ढाबे व होटल बंद होने के कारण ड्राइवरों को भूखे प्यास ही रहना पड़ा था। प्रदेश महासचिव यातायात दया किशन शर्मा ने कहा कि अभी 8 दिनों में ही केंद्र सरकार द्वारा रोजाना डीजल पैट्रोल में बढ़ोतरी की जा रही है।
कोरोना महामारी के कारण हमारे काम पहले से आधे तिहाई ही रह गए हैं। ऊपर से सरकार ने डीजल पैट्रोल में बढ़ोतरी कर अपने देश प्रदेश की जनता की आर्थिक स्थिति ओर खराब होती जा रही है। आज की स्थिति में अगर हम 10,000 किराया भाड़ा ले रहे हैं तो उसमें हमारा 9000 रूपये का खर्चा डीजल खाने पीने टोल टैक्स आदि में ही आ रहा है। अब बचें 1000 रूपये में बैकों की किश्त ड्राइवरों का वेतन हमारे अपने खर्चे भी पूरे नहीं कर पा रहे हैं। अभी भी ट्रकों का टैक्स माफ नहीं हो पाया और टैक्स को आनलाइन जमा करना पड़ रहा है। कुमाऊं मंडल प्रवक्ता हरजीत सिंह चड्ढा ने कहा सरकार द्वारा बकाया टैक्स में पैनल्टी भी जमा कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि आज हमने ये महत्वपूर्ण बैठक मोटर मालिकों की समस्याओं को सरकार द्वारा अनदेखा करने के बाद ही बुलाई है। अगर सरकार हमारी समस्याओं को गंभीरता से विचार कर आर्थिक मदद व डीजल पैट्रोल में बढ़ोतरी बंद नहीं करती तो ट्रांसपोर्टरों को अपना व्यवसाय बदलना पड़ेगा।
बैठक में आनंद सिंह बर्गली, मनीष मेलकानी, ललित रौतेला, सुनील अधिकारी, तारा मोहम्मद, कुंवर सिंह मेहरा और मनु रौतेला आदि लोग उपस्थित थे।