हल्द्वानी | शासन से आदेश आने के बाद स्थानीय प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और जिला विकास प्राधिकरण की टीम ने हल्द्वानी में कोचिंग संस्थानों की जांच के लिए अभियान चलाया। अभियान में बेसमेंट में संचालित 6 कोचिंग संस्थानों को प्रशासन ने सील कर दिया। छापे के दौरान कोचिंग सेंटर में भारी अनियमितताएं भी पाई गईं। हैरत की बात यह है कि जिन कमरों में 20 बच्चों को बैठाने की क्षमता है उनमें 50 बच्चे तक बैठे मिले। टीम ने 10 कोचिंग सेंटर संचालकों को नोटिस भी दिया है।
गुरुवार की शाम नगर आयुक्त विशाल मिश्रा, सचिव जिला विकास प्राधिकरण विजय नाथ शुक्ल, सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई, एडिशनल एसपी प्रकाश आर्य, मुख्य अग्निशमन अधिकारी गौरव किरार सहित नगर निगम, पुलिस और प्रशासन की टीम ने संयुक्त रूप से नगर के 16 कोचिंग एवं स्टडी सेंटरों का औचक निरीक्षण किया। छापे के डर से कई संस्थान के संचालक अपने-अपने कोचिंग सेंटर बंद कर भाग गए।
सर्वप्रथम टीम ने नैनीताल रोड स्थित दुर्गा सिटी सेंटर में संचालित कंप्यूटर कोचिंग सेंटर व अन्य कोचिंग सेंटर में छापेमारी की। इस दौरान कोचिंग सेंटर के आसपास अवैध होर्डिंग बोर्ड देखकर नगर आयुक्त ने तत्काल नगर निगम की टीम से अवैध होर्डिंग बोर्ड उतरवा कर जब्त करवाए। इसके बाद महिला डिग्री कॉलेज के पास छापेमारी करने पहुंची टीम ने कोचिंग सेंटर में अनियमितता मिलने पर उसे मौके पर सील कर दिया। इसी प्रकार मुखानी कालाढूंगी रोड, देवलचौड़ में स्थित 16 कोचिंग सेंटर के मानकों और दस्तावेजों को चेक किया। जिसमें 6 कोचिंग सेंटर सील किए गए जबकि 10 कोचिंग सेंटरों को नोटिस जारी किया गया है। सिटी मजिस्ट्रेट ए पी बाजपेई ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर शासन द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में जांच समिति ने औचक निरीक्षण किया गया है जो आगे भी जारी रहेगा, बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर एवं स्टडी सेंटरों आदि में सुरक्षात्मक उपाय, अग्निशमन यंत्र सहित सभी भवन उपविधि के अनुसार निर्माण की विधिवत अनुमति के मानकों को पूरा करने वाले कोचिंग सेंटरों को ही संचालित किए जाने की अनुमति दी जाएगी।
छापे के दौरान टीम ने पाया कि कई कोचिंग संस्थानों में मानकों से कई अधिक बच्चे बैठाए जा रहे हैं। 20 बच्चों के बैठने लायक कमरों में 50-50 तक बच्चे बैठाकर पढ़ाए जाते मिले। बेसमेंट में आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते नहीं हैं। पर्याप्त हवा आने के लिए खिड़कियां, रोशनदान तक नहीं है। आग लगने या पानी भरने पर बच्चों के निकलने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि अभियान जारी रहेगा। कहा कि सील किए गए सभी संस्थान बेसमेंट में चल रहे थे।
इन कोचिंग सेंटरों को किया गया सील
विंड टेक्नोलॉजी महिला डिग्री कॉलेज के सामने, शिक्षा कोचिंग सेंटर सांई कांप्लेक्स, डीडी स्किल डेवलपमेंट सेंटर सांई कांप्लेक्स, मैथ्स फॉर कॅरिअर देवलचौड़, स्कॉलर कोचिंग इंस्टीट्यूट महर्षि स्कूल के पास और हरक सिंह बिष्ट बिष्ट कांप्लेक्स महर्षि स्कूल के पास।
10 कोचिंग सेंटरों का काटा चालान
पुलिस ने अभियान के दौरान 10 कोचिंग संस्थानों का पुलिस एक्ट पर चालान किया है। कोतवाल उमेश मलिक ने बताया कि इन कोचिंग संस्थानों के पास फायर उपकरण नहीं थे। इसके अलावा अन्य खामियां भी पाई गईं। अभियान के दौरान नगर निगम ने कोचिंग सेंटर के अवैध होर्डिंग्स को भी जब्त किया है। नगर आयुक्त ने बताया कि होर्डिंग्स लगाने के लिए परमिशन की जरूरत होती है लेकिन इनके पास परमिशन नहीं थी।