सीएनई रिपोर्टर, सुयालबाड़ी/गरमपानी
यहां कोश्याँकुटोली तहसील के मनर्सा में गुलदार और जंगली सूअर की आपसी भिडंत में गुलदार गम्भीर रूप से घायल हो गया, जिसे वन विभाग ने रेस्क्यू कर उपचार के लिए भेज दिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुबह के समय कुछ ग्रामीणों की नजर एक घायल गुलदार पर पड़ी, जो काभी बुरी हालत में था और चल भी नहीं पा रहा था। राहगीरों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। सूचना मिलने पर वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य, वन रक्षक ललित मोहन सिंह भौर्याल सहित अन्य कार्मिक मौके पर पहुंचे। उनके द्वारा घायल गुलदार को वहां से सुरक्षित उठा लिया गया। जिसके बाद उन्होंने गुलदार को रेस्क्यू सेंटर रानीबाग भिजवा दिया है।
वन क्षेत्राधिकारी प्रमोद कुमार आर्य ने बताया कि घायल गुलदार मात्र छह माह की मादा है। जख्म देखकर साफ प्रतीत हो रहा है कि इसकी किसी जंगली सूअर से भिडंत हुई होगी। जिसके बाद सूअर ने इस पर प्राणघातक हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया। उन्होंने बताया कि फिलहाल रेस्क्यू सेंटर में घायल गुलदार का उपचार जारी है। उसका जीवन बचाने के हर सम्भव प्रयास किये जा रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पर्वतीय जनपदों में जंगली सूअर बहुताय पाये जाते हैं। यह काश्तकारों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। अकसर यह झुंडों में रहा करते हैं। जब कभी कोई शिकारी जीव इन पर हमला करता है तो यह भी आक्रमक हो जाया करते हैं। पहाड़ों में अकसर जंगली सूअर व गुलदारों के बीच संघर्ष हुआ करता है। यदि गुलदार कम उम्र का और अपरिपक्व शिकारी हुआ तो सूअर इन पर हावी हो जाया करते हैं।