बिजनौर/उप्र.। कोरोना महामारी ने जितने बुरे दिन दिखा दिये हैं, ऐसा तो सम्भवत: किसी युद्धकाल के दौरान भी नही रहा होगा। रोजाना देश के किसी हिस्से से दिल दहला देने वाले समाचार आ रहे हैं। ऐसा ही एक मामला आया है उत्तर प्रदेश के बिजनौर से, जहां एक दुलहन का सुहाग सुहागरात के सिर्फ दो दिन के भीतर उजड़ गया। हाथों की मेहंदी सूख भी नही पाई की पति की मौत की ख़बर आ गई। उसके पति का कातिल कोरोना है, जिसके खिलाफ वह कोई कार्रवाई भी नही कर सकती है।
यह ताजा मामला है उप्र. के बिजनौर शहर के मोहल्ले जाटान का। जहां अर्जुन का विवाह 25 अप्रैल को चांदपुर के कस्बा स्याऊ निवासी बबली के साथ हिंदू रीति—रिवाज से हुआ। दिन भर शादी—ब्याह की रौनक रही। शाम करीब 7 बजे बारात को दुल्हन के साथ विदा कर दिया गया। यह बारात बिजनौर आई। फिर इस नई नवेली दुलहन का जोरदार स्वागत—सत्कार भी हुआ। अब सुहागरात की घड़ी आई। जिसे हर इंसान को बेसब्री से इंतजार रहता है। दुल्हन सेज पर बैठी थी उसका पति अर्जुन उसके पास आया और अपनी जीवनसाथी की कुशलक्षेम पूछने की बजाए उसने कहा कि उसकी तबियत ठीक नही है और उसे तेज बुखार है। दुल्हन कुछ समझ नही पाई और युवके के घर वालों को बताया। इसके बाद दूल्हे को जिला अस्पताल में ले जाया गया जहां उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। इसके बाद वर जी जिला अस्पताल के ही कोविड-19 वार्ड में भर्ती हो गये। दुल्हन आस में बैठी थी उसका जीवन साथ जल्द स्वस्थ हो जायेगा, पर कोरोना बहुत बेरहम निकला और दूल्हे की हालत बिगड़ती चली गई। डॉक्टर बताते हैं कि ऑक्सीजन की कमी के चलते 29 अप्रैल को सुबह दूल्हे अर्जुन की मौत हो गई। इसके बाद तो वर और वधू पक्ष में रोना—पिटना मच गया। शादी की खुशियां मातम में बदल गई।