निर्णायक मोड़ पर आ पहुंचा है गल्ला विक्रेताओं का आंदोलन, एकजुट हों : मनोज वर्मा
- सरकार ने अन्य संस्थाओं से राशन वितरण करवाया तो तीव्र विरोध
- कहा संगठन से वार्ता कर समाप्त करें गतिरोध
- किसी हाल में राशन वितरण नहीं करें विक्रेता
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
पर्वतीय सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेता कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष कुमाऊं मंडल मनोज वर्मा ने कहा कि संगठन का आंदोलन अब निर्णायक मोड़ पर है तथा शीघ्र ही सफलता मिलेगी। साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने किसी अनुचित तरीके का इस्तेमाल करते हुए अन्य संस्थाओं से राशन वितरण करवाया तो इसका तीव्र विरोध किया जायेगा।
उन्होंने सभी विक्रेताओं से अपील की है कि वह किसी भी हालत पर राशन का न तो चालान लगायें न ही खाद्यान्न का वितरण करें। उन्होंने कहा कि गल्ला विक्रेताओं के आन्दोलन व एकता से सरकार के हाथ पांव फूल गये हैं। अब वह अनुचित निर्णय लेकर नियम विरुद्ध तरीके से अन्य संस्थाओं से खाद्या वितरण कराना चाह रही है, जिसका कड़ा विरोध किया जायेगा।
प्रदेश अध्यक्ष मनोज वर्मा ने कहा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में हुई भीषण बारिश से जो आपदा आयी है उससे हम भी दुःखी हैं तथा शासन-प्रशासन के साथ सहयोग करना चाहते हैं, परन्तु सरकार की हठधर्मिता के कारण हमें आन्दोलन का जारी रखने को मजबूर होना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि कोविड काल ने सभी विक्रेताओं ने खाद्यान्न वितरण किया तथा सरकार को सहयोग दिया। अब सरकार विगत पांच—साल का भुगतान करने की राजी हुई है तथा वाही-वाही लूटना चाहती है।
उन्होंने सरकार से पुन: अपील की है कि वह शीघ्र संगठन से वार्ता कर विक्रेताओं के समस्त बिलों का भुगतान करें तथा पर्वतीय क्षेत्र के विक्रेताओं को शीघ्र एक समान मानदेय स्वीकृत करें। मांगों को पूरा करें ताकि लाभार्थियों को खाद्यान्न के लिये इस आपदा के समय परेशान न होना पड़े। उन्होंने सभी विक्रेताओं से अपील की कि वह संगठन के साथ कंधे से कंधा मिलकार चलें, क्योंकि सहयोग करने पर ही सफलता मिलनी तय है।