सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
यूं तो कोरोनाकाल में अल्मोड़ा पुलिस ने आम जनमानस की मददगार बन कई लोगों को किसी न किसी रूप में बड़ी राहत पहुंचाई है। मगर मंगलवार को जिले में पुलिस ने मित्र पुलिस का एक साक्षात् उदाहरण प्रस्तुत किया है। मामला किसी पीड़ित को न्याय दिलाने का नहीं है, बल्कि गरीबी की मार और आसरा छिन जाने से मुरझाये परिवार के चेहरे पर मुस्कान लाने का है। पुलिस ने अपनी तरफ से 30 हजार की मदद इस परिवार को दी है।
मामला ये है कि गत 26 अगस्त 2020 को अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया थाना अंतर्गत ग्राम पैली अतिवृष्टि से ऊपर से मलबा गिरने से निवासी गणेश राम पुत्र आनंद राम का घर अतिवृष्टि से पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था। इसकी सूचना मिलने पर एसएसपी प्रहलाद नारायण मीणा ने थानाध्यक्ष चौखुटिया को पुलिस टीम के साथ मौके में भेजते हुए प्रभावित परिवार की हर संम्भव मदद के निर्देश दिए थे। इसके बाद थानाध्यक्ष अशोक
कांडपाल खीड़ा चौकी प्रभारी भूपेंद्र मेहता व मासी चौकी प्रभारी सुनील धानिक के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मौका मुआयने में उन्होंने पाया कि गणेश राम काफी निर्धन परिवार से हैं। उसके परिवार में उसकी पत्नी तथा चार बेटियां हैं। मलबे में घर का सामान दब गया था और पूर्णरुपेण क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके अलावा गणेश राम के पास न तो कोई जमीन थी और न ही कोई अन्य आसरा। क्षतिग्रस्त घर में रहना खतरे से खाली नहीं था। थानाध्यक्ष चौखुटिया ने पैली के ग्राम प्रधान से प्रभावित परिवार के लिए आसपास कोई जमीन देखने का अनुरोध किया और विश्वास दिलाया कि इसमें जो भी धन खर्च होगा, उसके लिए पुलिस मदद करेगी।
इधर बाद में ग्राम पैली में जमीन उपलब्ध हो गई। आज मंगलवार को गणेश राम के प्रभावित परिवार के लिए इस जमीन को खरीदने के लिए पुलिस ने 30 हजार रुपये सहयोग राशि जुटाई और यह धनराशि गणेश राम को सौंपी। साथ भविष्य में भी किसी प्रकार की मदद के लिए बेझिझक संपर्क करने के लिए कहा। इस 30 हजार रुपये की मदद में चौखुटिया थाना के पुलिस स्टाफ ने 20,000 रूपये और चौकी व मासी के चौकी पुलिस स्टाफ ने 10 हजार रुपये की धनराशि एकत्र की, ताकि प्रभावित परिवार जमीन पर आसरा बना सके। पुलिस से यह मदद पाकर गणेश राम के चेहरे पर अपार खुशी के भाव दिखे और इसके लिए उसने अल्मोड़ा पुलिस का आभार व्यक्त किया।