पदोन्नति व अन्य लंबित मांगों को लेकर गरजे वन आरक्षी, नारेबाजी
प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में धरना—प्रदर्शन
सीएनई रिपोर्टर, बागेश्वर। वन आरक्षी लंबित मांगों को लेकर आंदोलित हैं। नाराज कर्मचारियों ने मंगलवार को धरना दिया। कहा कि उनकी मांगों को सरकार संवेदनशील नहीं है। मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।
प्रभागीय वनाधिकारी कार्यालय में कर्मचारी एकत्रित हुए। नारेबाजी के साथ धरना दिया। कहा कि जिले में 64 वन आरक्षी हैं, जो पदोन्नति समेत लंबित मांगों को लेकर आंदोलित हैं, लेकिन सराकर उनकी अनदेखी कर रही है। अब वह चुप नहीं रहेंगे। उन्होंने उत्तराखंड अधीनस्थ वन सेवा नियमावली 2016 का पुनः लागू करने, वन दरोगा सीधी भर्ती को रोकने की मांग की।
समयमान वेतनमान, एसीपी, एमएससपी व्यवस्था में संशोधन करने को कहा। वन दरोगा के पद आतिथि तक 316 पदों पर सीधी भर्ती, 40 पदों पर मृतक आश्रित कोटे से तथा नौ पदों पर खेल कोटे से भर्ती की गई है। जिस कारण वर्ष 2012 से 2014 तक के नियुक्त वन आरक्षी जो कि 10 वर्ष की संतोष जनक सेवा पूर्ण चुके हैं, उनकी पदोन्नति नहीं हो सकी है। इस अवसर पर मनोज कुमार, चंदन फर्स्वाण, कविता कठायत, चंदन राम, सुधीर कुमार, मनोज कुमार, प्रवीन कपकोटी, जगदीश प्रसाद, आशा कार्की आदि उपस्थित थे।