सीएनई रिपोर्टर, कांडा
कांडा क्षेत्रान्तर्गत शुक्रवार की मध्य रात्रि रास्ता भटकर दूसरे गांव में पहुंच जाना पांच लोगों के भारी पड़ा। ग्रामीणों ने मानव तस्करी व धर्मातरण की आशंका को देखते हुए पुलिस को फोन कर दिया। पुलिस रात में ही पांचों को पकड़ कर थाने ले आई और सुबह ग्रामीणों को बुलाकर उनके समक्ष शांति भंग में पांचों का चालान किया। फिर छोड़ दिया।
थानाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद ने बताया कि कांडा थाने अंतर्गत बजीना गांव में शुक्रवार की रात पांच लोगों के घुसने की सूचना फोन पर मिली। मध्यरात्रि गांव में पहुंचे ये लोग शराब के नशे में पाए गए। रात के सन्नाटे में गावं में पांच लोगों के घुसने से ग्रामीण हरकत में आ गए। उन्होंने पुलिस को इस बात की सूचना दे दी।
सूचना के बाद थानाध्यक्ष महेंद्र प्रसाद दल-बल के साथ गांव में पहुंचे और पांचों को थाने ले आई। राह भटके ग्रामीणों ने बताया कि वह शादी के सिलसिले में गांव में आए थे। वाहन नहीं मिलने से वह बजीना गांव आ गए। यहां उनकी रिश्तेदारी थी, लेकिन जब उसने दरवाजा खटखटाया, तो ग्रामीणों ने हल्ला मचाना शुरू कर दिया और थाने पहुंचा दिया। वह किसी तस्करी तथा धर्मांतरण से जुड़े नहीं हैं। शनिवार को पुलिस ने बजीना के लोगों को भी थाने बुलाया। पांचों के आधार कार्ड आदि मंगवाया गया। सभी गरुड़ ब्लॉक के एक गांव के थे। जांच के बाद पुलिस ने पांचों का शांति भंग में चालान काट कर उन्हें भेज दिया।