दीपक पाठक, बागेश्वर
भाजपा में पूर्व में बगावत करने वाले कतिपय नेता अब पार्टी में वापसी के लिए छटपटा रहे हैं और जिला स्तरीय पदाधिकारियों की मान मनोबल में लगे हैं। वहीं बागी रहे इन कार्यकर्ताओं की सक्रियता से ही भाजपा के कार्यकर्ताओं में आक्रोश पनपने लगा है। जिसे देख फिलहाल इन बागी रहे कार्यकर्ताओं को निराशा हाथ लगी है।
बीते सोमवार को भाजपा ने दो निष्कासित नवीन परिहार व गोविंद लाल साह को पार्टी में वापसी कराई। बताया जा रहा है कि इसके बाद कुछ अन्य ने भी पार्टी में वापसी के लिए सिफारिश करनी प्रारंभ की। उन्होंने इसके लिए कुछ पदाधिकारियों को राजी भी कर दिया। कुछ उनकी वापसी की पैरवी करने लगे हैं। इसकी भनक लगते ही कई अन्य कार्यकर्ता नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि पूर्व बागियों की तरफ से इंटरनेट मीडिया के माध्यम से विधायक व जिला इकाई की आलोचना की जाती रही है।
गत विधानसभा चुनाव व नगर पालिका चुनाव में भी पार्टी के खिलाफ खुलेआम प्रचार किया। उनकी वापसी किसी कीमत में सहन नहीं की जाएगी। कहा कि यदि इन्हें पार्टी ने वापस लिया तो इससे समर्पित व संगठन के लिए जी जान से जुटे नेताओं का अपमान माना जाएगा। इससे उनका मनोबल टूटेगा। जिस पर पार्टी ने फिलहाल इन पूर्व भाजपाइयों की वापसी का निर्णय त्याग दिया है। इधर, जिलाध्यक्ष शिव सिंह बिष्ट ने कहा कि भाजपा पार्टी में प्रत्येक कार्यकर्ता का सम्मान है। कोई भी फैसला वरिष्ठ पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की राय के बाद ही किया जाएगा।
उधर कांग्रेस में भी पूर्व में निष्काषित कांग्रेस कार्यकर्ताओं की घर वापसी की कवायद तेज होने लगी है। प्रदेश से लेकर ब्लॉक स्तर तक के कार्यकर्ता पुराने कांग्रेसियों को पार्टी की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए अपने अपने स्तर से प्रयास कर रहे है। पार्टी के जिलाध्यक्ष लोकमणी पाठक ने बताया कि पार्टी के प्रांतीय नेतृत्व के निर्देश पर पुराने कार्यकर्ताओं को पार्टी से जोड़ने की बात हुई है। उन्होंने बताया कि जिला संगठन के पदाधिकारियों से वार्ता की जा रही है शीघ्र ही कार्यक्रम आयोजित कर पुराने कार्यकर्ताओं को पार्टी में जोड़ा जाएगा।