ऋषिकेश। विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश में विभिन्न कार्यक्रमों का आयाेजन किया गया। इस दौरान विशेषज्ञों द्वारा मरीजों को संतुलित और पौष्टिक भोजन से जुड़ी विभिन्न जानकारियां दी गई। साथ ही पोस्टर प्रतियोगिता के माध्यम से भी लोगों को लाभदायक आहार के लिए जागरुक किया गया।
गौरतलब है कि भूख से पीड़ित लोगों को पौष्टिक और संतुलित भोजन के महत्व को लेकर जागरुक करने के उद्देश्य से वर्ष 1945 से प्रति वर्ष विश्व खाद्य दिवस का आयोजन किया जाता है। 16 अक्टूबर को मनाए जाने वाले इस आयोजन के तहत शुक्रवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, ऋषिकेश में इस वर्ष ’ग्रो नरिश एंड सस्टेन टूगेदर’ थीम पर विभिन्न जन-जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था। रेडिएशन ओंकोलॉजी विभाग में आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने कहा कि भोजन एक बुनियादी जरूरत है और खाद्य सुरक्षा व पौष्टिक आहार की आवश्यकता प्रत्येक नागरिक का अधिकार है। उन्होंने कहा कि दूषित भोजन से न केवल हम गंभीर रोगों का शिकार हो जाते हैं, इससे हमारे शरीर पर भी कई तरह के दुष्प्रभाव पड़ते हैं। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने हमें सभी के लिए भरपेट व पौष्टिकता युक्त भोजन सुनिश्चित करने की नितांत आवश्यकता है।
डीन एकेडमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने बताया कि विश्व खाद्य दिवस पर इस वर्ष का आयोजन कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों को समर्पित है। उन्होंने इस महामारी से लड़ने के लिए खाद्य और कृषि की महत्ता पर प्रकाश डाला। साथ ही कमजोर वर्गों के लोगों के लिए एकजुटता से मदद करने का आह्वान भी किया।
डीन हाॅस्पिटल अफेयर्स प्रो. यूबी मिश्रा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के हवाले से बताया कि दूषित खाद्य पदार्थ के सेवन से प्रति वर्ष प्रति 10 में से 1 व्यक्ति बीमार हो जाता है। लिहाजा हम सभी को स्वच्छता व पौष्टिकता से युक्त आहार के प्रति जागरुक होना चाहिए। कार्यक्रम के तहत डायटीशियन विभाग की अनु अग्रवाल व विधि ने एम्स अस्पताल में संचालित कोविड स्क्रीनिंग ओपीडी में मौजूद मरीजों को पौष्टिक और संतुलित आहार से होने वाले फायदे की विस्तृत जानकारियां दी। जबकि विभागीय इंटर्न मानसी व पूजा ने पोस्टर के माध्यम से दूषित खाद्य पदार्थों से होने वाले नुकसान व पौष्टिक आहार लेने के लाभ से अवगत कराया।
दूसरी ओर बायोकैमिस्ट्री विभाग की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मरीजों को संतुलित और पौष्टिक आहार के बारे में लाभदायक जानकारियां उपलब्ध कराई गई। उन्होंने इस दिवस की महत्ता के साथ साथ सबको भोजन की अनिवार्यता के बारे में विस्तारपूर्वक बताया। इस अवसर पर अस्पताल प्रशासन से डा. अनुभा अग्रवाल, डा. लेविन, बायोकैमिस्ट्री विभाग की प्रो. सत्यावती राना, डा. किरन मीणा आदि मौजूद थे।
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