सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ा
आनलाइन शॉपिंग करें, मगर जांच—परख कर। ऐसा नहीं करने पर आप साइबर क्राइमरों की ठगी का शिकार बन सकते हैं। इस बीच आनलाइन शापिंग का क्रेज बढ़ते देख कई साइबर क्राइम करने वाले भी सक्रिय हैं। जो जालसाजी से लुभावने विज्ञापन व आफर देकर लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। ऐसे केस पहले भी सामने आ चुके हैं। अल्मोड़ा में एक ऐसा ही मामला फिर आया है, हालांकि साईबर सेल की सक्रियता से शिकायतकर्ता की धनराशि वापस आ चुकी है।
हुआ यूं कि गत 15 अक्टूबर को साईबर सैल अल्मोड़ा में यहां खत्याड़ी निवासी पूनम मेहता पुत्री गोविन्द सिंह मेहता ने शिकायत दर्ज की कि एमेजन आनलाइन शॉपिंग से एक स्मार्टफोन खरीदने के लिए आर्डर किया। बाद में एमेजन एप पर आर्डर कन्फर्म किया गया, तो चेक करने पर पाया कि किसी प्रकार का स्मार्टफोन आर्डर नहीं हुआ है। तब पता चला कि जिस लिंक पर लुभावना आफर दिया गया था, वह किसी अज्ञात जालसाज द्वारा बनाया गया है। साईबर ठगी का अंदेशा होने पर तत्काल साईबर सैल प्रभारी नीरज भाकुनी से सम्पर्क किया और शिकायत दर्ज की। एसएपी प्रहलाद नारायण मीणा के तत्काल कार्रवाई के निर्देश पर एसओजी व साईबर सैल प्रभारी नीरज भाकुनी ने त्वरित कार्यवाही करते हुए एमेजन के नोडल अधिकारियों से पत्राचार एवं वार्ता कर धनराशि का पता लगाने व फ्रीज करने का अनुरोध किया। साईबर सेल अल्मोड़ा की तत्परता के फलस्वरूप शिकायतकर्ता पूनम मेहता की सम्पूर्ण रकम 18,999 रुपये उनके खाते में वापस आ गई। धनराशि वापस प्राप्त होने पर शिकायतकर्ता ने एसएसपी अल्मोड़ा एवं साईबर सेल अल्मोड़ा की प्रशंसा करते हुए आभार प्रकट किया।
अल्मोड़ा न्यूज: आनलाइन शापिंग करें, मगर जांच—परख कर, अन्यथा हो सकते हैं साइबर क्राइम के शिकार, अल्मोड़ा में एक और मामला
सीएनई रिपोर्टर, अल्मोड़ाआनलाइन शॉपिंग करें, मगर जांच—परख कर। ऐसा नहीं करने पर आप साइबर क्राइमरों की ठगी का शिकार बन सकते हैं। इस बीच आनलाइन…