नैनीताल : इन स्टेडेंट्स को महंगा पड़ा ‘डेड बॉडी प्रैंक’, पुलिस ने सिखाया सबक

सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल। दिल्ली और गाजियाबाद से पर्यटन नगरी नैनीताल घूमने आये इन छात्रों को होटल के कमरे में ‘डेड बॉडी प्रैंक’ करना बहुत महंगा…

महंगा पड़ा 'डेड बॉडी प्रैंक', पुलिस ने सिखाया सबक

सीएनई रिपोर्टर, नैनीताल। दिल्ली और गाजियाबाद से पर्यटन नगरी नैनीताल घूमने आये इन छात्रों को होटल के कमरे में ‘डेड बॉडी प्रैंक’ करना बहुत महंगा साबित हुआ। इस प्रेंक के चक्कर में होटल स्टॉफ और पुलिस की बहुत फजीहत हुई। जिसके बाद इन तीनों स्टूडेंट्स को पुलिस मुक्तेश्वर से ढूंढ लाई और इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत 15 जून 2024 को, नैनीताल स्थित एक होटल में 03 छात्र रुके थे। इनके द्वारा सफ़ेद चादर को लपेट कर डेड बॉडी (Dead Body Prank) का शेप दिया गया। जिसके बाद यह होटल से चैक आउट कर चले गये। सफाई कर्मचारी जब रूम साफ करने आये तो बैड में सफेद चादर में लिपटी डेड बाॅडी देख घबरा गया। होटल कर्मियों ने फिर पुलिस को सूचित किया।

बेहद अनुचित था यह डेड बॉडी प्रैंक

सूचना मिलने पर तत्काल प्रभारी निरीक्षक हरपाल सिंह, एसआई प्रियंका, पूनम कोरंगा, बृजमोहन मौके पर पहुंचे। चैक किये जाने पर पता चला कि बैड पर सफेद चादर में सॉस लगा रखा है। तकिये लपेट कर डैड बाॅडी दिखाने का प्रयास किया गया था। जो कि अनुचित प्रैंक था।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा द्वारा उक्त कृत्य करने वालों का शीघ्र पता लगाकर कार्यवाही करने हेतु प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मल्लीताल को निर्देश किया गया। निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली मल्लीताल हरपाल सिंह द्वारा कार्यवाही करते हुए होटल मालिक से पूछताछ की गयी।

सीसीटीवी जांच में कमरे में रूके तीन युवा रूम से भागते हुए दिखाई दिए। सर्विलांस की मदद से उनका लोकेशन मुक्तेश्वर मालूम हुआ। मुक्तेश्वर थाना प्रभारी को कार्यवाही हेतु सूचित किया गया।

तीनों छात्रों द्वारा नकली डेड बॉडी बनाकर पुलिस को गुमराह किया और आपातकालीन सेवाओं में बाधा उत्पन्न की। इनका पता लगाकर तीनों को थानाध्यक्ष मुक्तेश्वर द्वारा थाना लाकर धारा 81 पुलिस अधिनियम के अन्तर्गत कार्यवाही करते हुए नगद धनराशि जमा करवाकर दण्डित किया गया। साथ ही उन्हें कड़ी चेतावनी भी दी गई।

पुलिस की नागरिकों से अपील

नैनीताल पुलिस की सभी नागरिकों से अपील है कि वे ऐसी अनुचित और गैर जिम्मेदाराना हरकतों से दूर रहें। इस प्रकार की गतिविधियाँ न केवल कानूनी रूप से दंडनीय हैं, बल्कि इससे वास्तविक आपातकालीन सेवाओं में भी बाधा उत्पन्न होती है, जिससे अन्य जरूरतमंद लोगों की जान को खतरा हो सकता है।

इन पर हुई कार्यवाही

  1. देवाशीष नायक पुत्र चन्द्र मणि नायक निवासी- 317 जी न्या खण्ड 3 इन्द्रापुरम गाजियाबाद उ0नि0
  2. उज्जवल भारद्वाज पुत्र प्रदीप कुमार भारद्वाज निवासी- बी-32 शालीमार गार्डन साहिबाबाद , दिल्ली
  3. दिव्या सोन पुत्री लोकेन्द्र कुमार सौन निवासी- 91 एफ2 शालीमार गार्डन दिल्ली

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *