मुंबई। मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान अब हमारे बीच नही रहीं। उनका आज तड़के सुबह 2 बजे के आस—पास बांद्रा के गुरू नानक अस्पताल में निधन हो गया है। सरोज खान गत 17 जून को सांस की शिकायत पर अस्पताल भर्ती हुई थीं। हार्ट अटैक के कारण उनकी मौत हो गई। उन्हें शूगर से संबंधित बीमारी भी थी। हालांकि उनका कोरोना टैस्ट भी कराया गया था, जो नेगेटिव आया था। 71 साल की उम्र में वह अलविदा कहकर चल दी हैं। उलनके परिवार में पति बी. सोहनलाल, बेटे हामिद खान और बेटियां हिना खान और सुकना खान हैं। सरोज ने तीन साल की उम्र में एक बैकग्राउंड डांसर के रूप में काम करना शुरू किया था, को 1974 में ‘गीता मेरा नाम’ के साथ एक स्वतंत्र कोरियोग्राफर के रूप में पहला ब्रेक मिला। तीन बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता को 2000 गानों की कोरियोग्राफिंग का श्रेय दिया गया है, जिसमें कई प्रतिष्ठित डांस नंबर भी शामिल हैं। इनमें मिस्टर इंडिया का हवा हवाई (1987), तेजाब से एक दो तीन (1988), बेटा धक-धक करने लगा (1992) और देवदास (2002) से डोला रे डोला शामिल हैं। उन्होंने आखिरी बार 2019 में करण जौहर के प्रोडक्शन कलंक के गाने तबाह हो गई में माधुरी दीक्षित को कोरियोग्राफ किया था। इधर पूरे बॉलीवुड ने सरोज खान की मौत पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। आपको बता दें कि 22 नवंबर, 1948 को जन्मी सरोज खान का असली नाम निर्मला नागपाल है। सरोज के पिता का नाम किशनचंद सद्धू सिंह और मां का नाम नोनी सद्धू सिंह है। विभाजन के बाद सरोज खान का परिवार पाकिस्तान से भारत आ गया। पैसों की तंगी के कारण सरोज ने बहुत कम उम्र में काम करना शुरू कर दिया था। उन्होंने महज 3 साल की उम्र में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट फिल्मों में काम करना शुरू कर दिया था। उनकी पहली फिल्म नजराना थी, जिसमें उन्होंने श्यामा नाम की बच्ची का किरदार निभाया था। सरोज खान ने 13 साल की उम्र में अपने पहले डांस मास्टर बी. सोहनलाल से शादी की थी, जो कि पहले से शादीशुदा और चार बच्चों के पिता थे। सरोज ने 43 साल के बी. सोहनलाल से करने के लिए इस्लाम धर्म कबूल कर लिया था।
महशूर कोरियोग्राफर सरोज खान का 71 साल की आयु में निधन, हार्ट अटैक से मौत
मुंबई। मशहूर कोरियोग्राफर सरोज खान अब हमारे बीच नही रहीं। उनका आज तड़के सुबह 2 बजे के आस—पास बांद्रा के गुरू नानक अस्पताल में निधन…