सीएनई रिपोर्टर, देहरादून
देहरादून के हर्रावाला के निकट पुलिस कांस्टेबल की एक दुर्घटना में हुई मौत के मामले में त्वरित मदद की बजाए वीडियो बनाने वाले पुलिस कर्मी को एसएसपी के आदेश पर निलंबित कर दिया गया है।
याद दिला दें कि रविवार की देर रात पुलिस लाइन में तैनात हेड कांस्टेबल अपनी बाइक से हरिद्वार से देहरादून की ओर जा रहे थे। इस बीच उनकी बाइक एसबीआई के सामने सड़क में बने डिवाइडर से जा टकराई। जिसके बाद वह सड़क पर गिर गये और गंभीर रूप से घायल हो गये।
सूचना मिलने पर चीता पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर चीता पुलिस का एक जवान पीआरडी के जवान के साथ आया था। आरोप है कि उन्होंने मदद की बजाए एंबुलेंस को फोन करने के बाद वीडियो बनाना शुरू कर दिया। वीडियो में दिखाई दे रहा था कि घायल पुलिस कर्मी बार—बार उठने का प्रयास कर रहा था, लेकिन उसे बचाने की बजाए पुलिस कर्मी वीडियो बनाते रहे। काफी देर बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन तब तक उन्होंने दम तोड़ दिया था।
जब यह वीडियो वायरल हुआ तो लोगों ने पुलिस कर्मियों पर सवाल उठाने शुरू कर दिये। मामले का संज्ञान पुलिस के उच्चाधिकारियों ने भी लिया। डीजीपी अशोक कुमार ने तुरंत मामले की जांच के आदेश जारी किये। एसएसपी जन्मेजय खंडूरी ने बताया कि प्राथमिक जांच के बाद चीता पुलिस कर्मी रूपेंदर सैनी को निलंबित कर दिया गया है। उन्हें पीआरडी निदेशालय में वापस भेज दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच सीओ डोईवाला अनिल शर्मा को सौंपी गई है।
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