—सुयालबाड़ी से अनूप सिंह जीना की रिपोर्ट—
जहां एक तरह क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है, वहीं सामुदाकिय स्वास्थ्य केंद्र स्टॉफ की कमी से जूझ रहा है। यहां कार्यरत तीन स्टॉफ नर्स केंद्र में मौजूद नही हैं। एक नर्स मातृत्व अवकाश पर, दूसरी कोरोना पॉजिटिव आने के बाद आइसोलेशन में और तीसरे को अभी तक कम्भु ड्यूटी से रिलीव नही किया गया है।
उल्लेखनीय है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सुयालबाड़ी में आस—पास के दो दर्जन से अधिक ग्रामीण क्षेत्रों की जनता स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए निर्भर है। नैनीताल के अलावा यहां अल्मोड़ा जनपद के भी मरीज उपचार हेतु पहुंचते हैं। इस बीच स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ने से कार्य भी बढ़ गया है। यहां कार्यरत तीन स्टॉफ नर्स यहां फिलहाल मौजूद नही हैं। ऐसे में पूरे कार्य की जिम्मेदारी केंद्र में अकेले कार्यकरत प्रभारी चिकित्साधिकारी के कंधे पर है। इस संबंध में सीएनई की रामगढ़ प्रभारी डॉ. गौरव कांडपाल और डिप्टी सीएमओ नैनीताल डॉ. तरूण कांडपाल से अलग—अलग बातचीत हुई।
हमने व्यवस्था कायम की है, सुचारू रूप से चल रहा है कार्य : डॉ. कांडपाल
डॉ. गौरव कांडपाल का कहना है कि यह बात सही है कि यह बात कार्यतर तीन स्टॉफ नर्स केंद्र में मौजूद नही हैं, लेकिन इसके बावजूद यहां व्यवस्था कायम की गई है। मैन पॉवर की कमी हर जगह है। ऐसी स्थिति में डॉ. सत्यवीर को आदेशित किया गया है नर्सों की गैर मौजूदगी में संपूर्ण कार्य वही संपादित करेगी। उन्होंने कहा कि चूंकि वैकल्पिक व्यवस्था चल रही है अतएव स्वास्थ्य केंद्र में आने वाली जनता को किसी किस्म की परेशानी नही होने दी जायेगी।
मैन पॉवर की भारी कमी से जूझ रहे हैं, हर कहीं है तकनीकी स्टॉफ की जरूरत : डिप्टी सीएमओ नैनीताल
डिप्टी सीएमओ नैनीताल डॉ. तरूण टम्टा ने कहा कि तमाम स्वास्थ्य केंद्रों में स्टॉफ कोरोना पॉजिटिव के सबसे ज्यादा कांटेक्ट में हैं। सारी सावधानियां बरतने के बावजूद स्टॉफ के लोग एक—एक कर पॉजिटिव होते जा रहे हैं। जिस पर उन्हें आइसोलेट करना पड़ रहा है। हम सीमित संसाधनों में काम कर रहे हैं। अगर कोई नेगेटिव आ रहा है तो दोबार ड्यूटी पर पहुंच रहा है। इस बीच नैनीताल जनपद में 150 बैड का अस्पताल शुरू करना है। मैन पॉवर की भारी कमी है। डॉक्टर हो, नर्सेज हो या पैरा मेडिकल स्टॉफ हो तकनीकी स्टॉफ की जरूरत हर जगह है। अतएव इन हालातों में सीएचसी सुयालबाड़ी में कही अन्यत्र से नर्सेज की व्यवस्था सम्भव नही है। उन्होंन जनता भी अपील करी कि बेमतलब अस्पताल नही आयें। अगर मामूली लक्षण हों तो घर पर ही आइसोलेट हो जायें।