नालागढ़ ब्रेकिंग : 28 फरवरी को सीएम करने वाले है कैटल सेंचुरी का उद्घाटन, उससे पहले ही हो रही गोवंश की मौत- जिम्मेदार कौन?
नालागढ़। एक तरफ जहां हिमाचल सरकार सड़कों पर आवारा घूम रहे पशुओं के रहने के लिए करोड़ों रुपए खर्च करके कैटल सेंचुरी बनवा रही है और नालागढ़ उपमंडल के अंतर्गत 28 फरवरी को इस कैटल सेंचरी का सीएम जयराम ठाकुर उद्घाटन भी करने वाले हैं लेकिन उद्घाटन से पहले ही नालागढ़ के हांडा खुडी में बनी यह कैटल सेंचुरी विवादों में आ चुकी है आपको बता दें कि गौ रक्षकों द्वारा सीएम हेल्पलाइन नंबर 1100 पर एक शिकायत दर्ज करवा गई गई है जिसमें बताया गया है कि कैटल सेंचुरी में एक के बाद एक पशुओं के मरने की खबरें आ रही है वह बताया गया है कि दो-चार दिनों में ही 1 दर्जन से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है जिसकी एक वीडियो भी इन दिनों वायरल हो रही है आपको बता दें कि गौ रक्षकों द्वारा कैटल सेंचुरी के प्रबंधन कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा गया है कि कैटल सेंचुरी में ना तो पशुओं के खाने-पीने और रहने की उचित व्यवस्था है जिसके चलते भूख के कारण पशुओं की मौत हो रही है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जब कैटल सेंचुरी में खाने-पीने और रहने की व्यवस्था ही नहीं है तो पशुओं को क्यों जबरन कैटल सेंचुरी में बंद किया जा रहा है और आए दिन पशुओं के मरने की खबरें सामने आ रही है फिलहाल गौ रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष डीडी राणा ने सीएम हेल्पलाइन नंबर 1100 पर शिकायत दर्ज करवा कर कैटल सेंचुरी की व्यवस्था को लेकर जिन लोगों की लापरवाही सामने आई है उनके खिलाफ कार्रवाई की जहां मांग उठाई गई है और सरकार को कहा गया है कि जब तक कैटल सेंचुरी में उचित व्यवस्था ना की जाए तब तक पशुओं को यहां पर नहीं रखा जाए।
इस बारे में मीडिया से बातचीत करते हुए गौ रक्षा दल के प्रदेश अध्यक्ष डीडी राणा ने बताया कि उन्हें मालूम पड़ा है कि हाडा खुडी में बनने वाली कैटल सेंचुरी में भूख के कारण पशुओं की मौत हो रही है और अब तक 1 दर्जन से ज्यादा पशुओं की मौत सामने आ चुकी है उन्होंने सरकार से मांग उठाई है कि इस कैटल सेंचरी में अगर सरकार पशुओं के हित में कुछ करना चाहती है तो पहले यहां पर पशुओं के रहने खाने-पीने और अन्य सामान की व्यवस्था की जाए ताकि पशुओं को किसी प्रकार की परेशानी ना आ सके उन्होंने कहा कि कैटल सेंचुरी में व्यवस्था तो सरकार द्वारा नहीं की गई है लेकिन जबरन पशुओं को यहां पर रखा जा रहा है जिसके कारण भूख के कारण पशुओं की मौत हो रही है उन्होंने कहा कि पहले यहां पर खाने पीने व पशुओं के रहने की उचित व्यवस्था की जाए और उसके बाद ही यहां पर पशुओं को रखा जाए उन्होंने कहा कि अगर इसी तरह पशुओं पर कैटल सेंचुरी में अत्याचार होते रहे तो गौ रक्षा दल धरने प्रदर्शन करने को भी मजबूर होगा। उन्होंने कहा कि पशुओं पर किसी भी सूरत में अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

इस बारे में जब हमने पशुपालन उपमंडल अधिकारी बीबी कारकरा से बात की तो उन्होंने कहा कि कैटल सेंचुरी में पशुओं के रहने खाने पीने की पूर्ण तौर पर व्यवस्था की गई है उन्होंने कहा कि बीते 2 माह में 500 के करीब पशुओं को अलग-अलग जगहों से उठाकर कैटल सेंचुरी में रखा गया है उन्होंने कहा कि पशुओं को गाड़ियों में चढ़ाते उतारते भी चोट लग जाती है जिसके कारण कुछ पशुओं की मौत हुई है उन्होंने कहा कि जब इन पशुओं को विभाग की टीम की ओर से इंजेक्शन देकर बेहोश किया जाता है तो यह इंजेक्शन की वजह से पशुओं को उल्टी होनी शुरू हो जाती है और कई बार उल्टी सांस की नाली में फंस जाती है जिसके कारण भी पशुओं की मौत सामने आई है उन्होंने कहा कि कुछ पशुओं की निमोनिया होने के कारण मौत हुई है उन्होंने कहा कि कैटल सेंचुरी में पशुओं का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और बीते 2 माह में 13 पशुओं की मौत हुई है।

आपको बता दें कि सरकार द्वारा करीबन 3 करोड रुपए खर्च करके कैटल सेंचुरी का निर्माण करवाया जा रहा है लेकिन कैटल सेंचुरी के उद्घाटन से पहले ही कैटल सेंचुरी की व्यवस्था पर सवाल उठने शुरू हो चुके हैं और लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा है कि सीएम जयराम ठाकुर ने अभी कैटल सेंचुरी का उद्घाटन भी नहीं किया लेकिन उसके पहले ही कैटल सेंचुरी से पशुओं के मरने की खबरें आ रही है जो कि अपने आप में एक चिंता का विषय है उन्होंने कहा कि पहले यहां पर पशुओं के रहने के लिए उचित व्यवस्था की जानी चाहिए उसके बाद ही यहां पर पशुओं को रखा जाए।

आपको बता दें कि सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो भी कैटल सेंचुरी की खूब वायरल हो रही है जिसमें मृत पड़े पशुओं को जहां साफ तौर पर देखा जा सकता है वहीं कैटल सेंचुरी के बीच खुले आसमान के नीचे खड़े पशुओं की भी हालत देखी जा सकती है क्योंकि ना तो वहां पर कुछ खाने को दिखाई दे रहा है और ना ही पीने के लिए पानी दिखाई दे रहा है और ना पशुओं के ऊपर छत दिखाई दे रही है खुले आसमान के नीचे पशु दिख रहे हैं और सरकार यहां पर करीबन 3 करोड रुपए खर्च करने की बात कह रही है।
लोगों का तो कैटल सेंचुरी के प्रति इस कदर गुस्सा भी है कि अभी कैटल सेंचुरी का उद्घाटन भी नहीं हुआ और पहले ही यहां पर पशु मरने शुरू हो गए सूत्रों की माने तो जब से यहां पर पशुओं को रखा जा रहा है तब से लेकर अब तक 50 से ज्यादा पशुओं की मौत हो चुकी है और उन्हें कैटल सेंचुरी के साथ ही गड्ढे खोदकर दफना दिया गया है लोग ने तो यहां तक भी कह रहे हैं कि सीएम 28 तारीख को कैटल सेंचुरी का उद्घाटन करने आ रहे हैं या कैटल सेंचुरी के नाम पर बने श्मशान घाट का उद्घाटन करने आ रहे हैं। यह सवाल लोगों द्वारा कैटल सेंचुरी की गलत व्यवस्थता पर उठाया जा रहा है।

आपको बता दें कि हिमाचल सरकार द्वारा पहले गो सदन बनाने को लेकर अलग-अलग चीजों के ऊपर टैक्स लगाकर करोड़ों रुपया एकत्रित किया गया और उसके बाद अब कैटल सेंचुरी बनवाई जा रही है और इस कैटल सेंचरी पर भी सवाल उठ रहे हैं लोगों का कहना है कि अगर यहां करीबन 3 करोड रुपया खर्च किया है तो किस चीज पर इतना पैसा खर्च किया गया है और अगर यहां पर पैसा खर्च किया गया है तो पशुओं के रहने खाने पीने की क्यों नहीं व्यवस्था की गई क्या अलग-अलग स्थानों से उठाकर पशुओं को कैटल सेंचुरी के नाम पर मारने की कोशिश की जा रही है। क्योंकि कैटल सेंचुरी का तो अभी उद्घाटन भी नहीं हुआ लेकिन उससे पहले ही पशुओं के मरने की खबरें आ रही है ।
अब देखना यही होगा कि गौ रक्षा दल के लोगों द्वारा की गई सीएम हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत के बाद क्या कोई कार्यवाही होती है या नहीं।