सोमेश्वर। अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर तहसील अंतर्गत ग्रामसभा रमेला डुंगरी के ग्रामीण दस सालों परेशानी झेल रहे हैं, मगर साई नदी पर क्षतिग्रस्त हुए दो पुलों की आज तक मरम्मत नहीं हो सकी। इससे अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के बड़े-बड़े दावों व आश्वासनों की भी पोल खुल रही है। ग्रामीणों ने फिर जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी से पुलों की मरम्मत के लिए ठोस कार्यवाही की गुहार लगाई है।
रमेला डुंगरी के ग्रामीणों की व्यथा है कि ग्रामीणों के लिए साईं नदी से आरपार जाने व खेल खलिहानों में आने-जाने के लिए दो पैदल पुल बने थे, मगर यह पुल वर्ष 2010 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं नदी में बने छोटे-छोटे डैम भी बह गए। तब से ग्रामीण येनकेन प्रकारेण खेत खलिहानों में पहुंच रहे हैं। अब बरसात में खतरा बढ़ गया है। उनका अपने खेतों से संपर्क टूट रहा है। यही व्यथा लिखते हुए ग्रामीणों ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को संयुक्त रूप से ज्ञापन भेजा है। जिसमें उक्त पुलों की अविलंब मरम्मत कर ग्रामीणों की विकट समस्या का समाधान करने की मांग की है। ज्ञापन भेजने वालों में प्रधान तारा देवी समेत नीमा देवी, नरेंद्र पाटनी, लाल सिंह, मोहन सिंह, बलवंत सिंह, प्रेमा देवी, जया देवी, गोपाल राम आदि शामिल हैं।
सोमेश्वर: व्यवस्था के हाल देखिए, दस साल में नहीं हुई पुलों की मरम्मत, ग्रामीण परेशान
सोमेश्वर। अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर तहसील अंतर्गत ग्रामसभा रमेला डुंगरी के ग्रामीण दस सालों परेशानी झेल रहे हैं, मगर साई नदी पर क्षतिग्रस्त हुए दो…