हल्द्वानी । “संविधान बचाओ मंच” द्वारा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस को बुद्धपार्क, हल्द्वानी में “संविधान बचाओ, लोकतंत्र बचाओ, भारत बचाओ” दिवस के रूप में मनाया गया। स्वतंत्रता दिवस मनाते हुए इस अवसर पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद करते हुए सर्वप्रथम उनको श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्पश्चात संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक रूप से पाठ किया गया। उसके बाद “संविधान-लोकतंत्र व देश” बचाने की शपथ ली गई।
इस अवसर पर बोलते हुए भाकपा (माले) राज्य सचिव राजा बहुगुणा ने कहा कि, “आज आजादी आंदोलन की विरासत को याद करने और उसे आत्मसात करने और बुलंद करने की जरूरत किसी भी वक्त से ज्यादा बढ़ गई है। आज़ादी, लोकतंत्र और उसके बाद संविधान जो 15 अगस्त की साम्राज्यवाद विरोधी विरासत से हमें बड़ी कुर्बानियों से प्राप्त हुआ है उस पर मोदी सरकार की नीतियों के कारण खतरा मंडरा रहा है। मोदी सरकार ने कोरोना आपदा को अवसर के रूप में इस्तेमाल करते हुए हमारे संसाधनों एवं राष्ट्रीय संपत्ति को औने पौने दाम पर निजी कंपनियों को बेचने के अलावा, जन आंदोलनों की विभिन्न धाराओं, खास तौर पर सी.ए.ए. विरोधी उभार, क्रांतिकारी छात्र आंदोलन और मानवाधिकार अभियान से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं के विरुद्ध दमनात्मक अभियान और राजनीतिक धरपकड़ तेज कर दी है। कई एक्टिविस्टों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है तथा कई औरों से पूछताछ की जा रही और उन्हें चार्जशीटों में फंसाया जा रहा है। सी.ए.ए. विरोधी प्रदर्शनकारियों की धरपकड़ कई भाजपा शासित राज्यों में चल रही है।”
उन्होंने कहा कि, “स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भाकपा(माले) असहमति और विरोध की आवाजों का दमन बंद करने और भीमा कोरेगांव, सी.ए.ए विरोधी प्रदर्शनकारियों व तमाम उत्पीड़ित राजनीतिक बंदियों की बिना शर्त रिहाई की मांग करती है.”
अम्बेडकर मिशन के केंद्रीय अध्यक्ष जी.आर. टम्टा, ऐक्टू के प्रदेश महामंत्री के के बोरा, माले जिला सचिव डॉ कैलाश पाण्डेय, नगर निगम पार्षद शकील अंसारी, जमीयत के हिन्द के अब्दुल कादिर, सनसेरा यूनियन के अध्यक्ष दीपक कांडपाल ने भी इस अवसर पर विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर अम्बेडकर मिशन के सुंदर लाल बौद्ध, गोविंद राम गौतम, शिल्पकार चेतना मंच के बी.एल. आर्य, विनोद कुमार टम्टा, ऐक्टू से जोगेंद्र लाल, मनोज आर्य, चांद वारसी, इकराम, मुकेश जोशी, रमेश जोशी, ललित, धन सिंह, देवेन्द्र रौतेला, क्रालोस के शेखर, पत्रकार सरताज आलम आदि मौजूद रहे।